पलासिया थाना क्षेत्र स्थित मनीषपुरी कॉलोनी में घर में मिला फांसी पर लटका शव
इंदौर। एक दवा कारोबारी (Businessman) ने आत्महत्या कर ली। बताया जा रहा है कि उनकी पत्नी डॉक्टर(Doctor) है और कोरोना (Corona) से संक्रमित थी। घर पर केवल बच्चे ही थे। इसी बीच उन्होंने यह कदम उठा लिया। पुलिस का कहना है कि वह डिप्रेशन में थे। डिप्रेशन किस बात का था यह साफ नहीं हो पा रहा है। जबकि परिजन डिप्रेशन (Depression) की बात से इंकार कर रहे है।
पलासिया पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार 59 वर्षीय बृजेश पिता कन्हैया डागा निवासी वृंदावन अपार्टमेंट मनीषपुरी (Manishpuri) के शव को उनका भांजा एमवाय अस्पताल लेकर पहुंचा, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत बता दिया। उन्होंने फांसी लगाई थी। प्रारंभिक पड़ताल में किसी प्रकार का सुसाइड नोट तो नहीं मिला है, जिसके चलते आत्महत्या की वजह फिलहाल साफ नहीं हो पा रही है। बृजेश ने घर में जब यह कदम उठाया तब उनका 18 साल का बालक मानष और बेटी गौरी घर पर ही थीं। उनके द्वारा फांसी लगाने के बाद भांजा गौरव भी घर पहुंचा। उनकी पत्नी रितु जयपुर में डॉक्टर है। जॉब के दौरान वह वही रहती थी। बीते दिनों उन्हें भी कोरोना संक्रमण ने चपेट में ले लिया था। उनका इलाज वहीं चल रहा था। बृजेश का दवा कारोबार के अलावा अस्पतालों में लगने वाले ऑक्सिजन प्लांट के असेंबलिंग का काम भी था।
पुलिस बोली-डिप्रेशन की गोलिया खाते थे परिजन ने किया इनकार
बताया जा रहा है कि बृजेश संभ्रांत परिवार से थे। घर में किसी बात की कमी नही थी। उनके कारोबार और पत्नी की आय को मिलाया जाए तो आर्थिक रूप से वे दोनों काफी मजबूत थे। फिर एकाएक इस तरह आत्महत्या करने की वजह पुलिस तलाशने में जुटी तो पुलिस के सामने एक बिंदु आया कि वे डिप्रेशन (Depression) का शिकार थे और उसकी गोली-दवाई चल रही थी। लेकिन बृजेश के भांजे का कहना है कि उन्हें किसी प्रकार का न तो डिप्रेशन (Depression) था, न ही किसी प्रकार की कोई गोली दवाई चल रही थी। उन्होंने आत्महत्या क्यों की यह समझ से परे है। परिजन और पुलिस ने घटना स्थल के आसपास सुसाइड नोट या किसी प्रकार के सबूत को खंगालने की कोशिश भी कि लेकिन कोई खास सफलता हासिल नहीं हुई है।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved