छह माह में इंदौर पुलिस ने पकड़ी एक दर्जन से अधिक गैंग , लूट चोरी और वाहन चोरों की गैंग पकड़ाई जा चुकी
इंदौर। शहर (Indore) में अपराधों का ग्राफ (Graph of crimes) तेजी से बढ़ रहा है। इसमें बड़ा योगदान बाहरी (Outsiders) गिरोह का है। छह माह की बात करें तो इंदौर पुलिस (Police) एक दर्जन से अधिक बाहरी गैंग को पकड़ चुकी है, जो बताता है कि बाहरी बदमाशों के लिए इंदौर शहर आसान टारगेट है। शहर में हर तरह के अपराधों में तेजी आ रही है। हालांकि पुलिस कई मामलों में आरोपियों को पकडऩे में भी सफल रही है। इस साल के छह माह की बात करें तो पुलिस जूनी इंदौर ने जुलूस में मोबाइल उड़ाने वाली गैंग से तीस मोबाइल जब्त किए थे।
लसूडिय़ा पुलिस ने फुग्गे बेचने के बहाने घूमने वाली राजस्थान की बावरिया गैंग को पकड़ा था। इन लोगों ने एक दर्जन चोरियां कबूली थीं। तेजाजी नगर पुलिस ने बाग-टांड के गिरोह से दस गाडिय़ां जब्त की थीं तो कल भंवरकुआं पुलिस ने तीस गाडिय़ां जब्त की। इसके अलावा सराफा पुलिस ने कुछ दिन पहले ज्वेलर्स की दुकान से 15 लाख की लटकन चुराने वाली मालेगांव की दो महिलाओं सईदा, साहिदा और उनके साथी को पकड़ा था। ये कार से वारदात करने आए थे। वहीं एरोड्रम पुलिस ने साधु के वेश में लूट करने वाले राजस्थान के बाबाओं को पकड़ा था। वहीं दो दिन पहले अन्नपूर्णा पुलिस ने उत्तराखंड के लुटेरे जाकिर हुसैन को पकड़ा था, जो महिला से मंगलसूत्र लूटकर ले गया था। हालांकि उसका साथी अभी पुलिस के हाथ नहीं लगा है। वहीं एरोड्रम पुलिस ने नकली पुलिस बनकर लूट करने के मामले में मुंबई के ईरानी गिरोह को पकड़ा था। इसके अलावा राजगढ़-ब्यावरा की तीन से अधिक गैंग पकड़ी गई थीं, जो शादी में बैग उड़ाती थीं। इसके अलावा क्राइम ब्रांच की टीम लाखों की चोरियों में दिल्ली और हरियाणा के गिरोह को पकड़ चुकी है। तेजाजी नगर पुलिस महंगी कार जूनी इंदौर से चुराकर ले जाने वाली राजस्थान बॉर्डर की गैंग को पकड़ चुकी है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि छह माह में एक दर्जन से अधिक बाहरी गैंग पुलिस पकड़ चुकी है। शहर में होने वाले अपराधों में तीस प्रतिशत में बाहरी गैंग है। इसके अलावा लूट, चोरी और वाहन चोरी में देवास के कंजर गिरोह पकड़े जा चुके हैं।