अलग-अलग हादसों में कल चार लोग हुए मौत का शिकार
इन्दौर। एक साल की बच्ची की पानी (water) से भरी बाल्टी (Bucket) में डूबने से मौत हो गई। वह घर में खेलते समय पानी की बाल्टी के पास पहुंच गई थी।
मिली जानकारी के अनुसार खुड़ैल क्षेत्र के अंबामोलिया गांव (Ambamolia village) की रहने वाली सिमरन पिता राजेश को मृत अवस्था में एमवाय अस्पताल (MY hospital) लाया गया। वह घर में खेल रही थी और खेलते-खेलते पानी से भरी बाल्टी के पास पहुंची और सिर के बल उसमें गिर गई। मां की उस पर नजर पड़ी, तब तक उसकी सांसें उखड़ चुकी थीं। बताया जा रहा है कि सिमरन तीन भाई-बहनों में सबसे छोटी थी।
दो ने फांसी लगाई, एक की बची जान
दो लोगों ने फांसी लगाकर आत्महत्या की कोशिश की, जिनमें एक की जान बच गई। एरोड्रम पुलिस ने बताया कि सुविधिनगर के रहने वाले शैलेंद्र पिता पिता लक्ष्मीनारायण को परिजन अस्पताल लेकर पहुंचे। उसने घर में फांसी लगा ली थी। उसने यह कदम क्यों उठाया, यह साफ नहीं हो पाया है। उधर कनाडिय़ा पुलिस ने बताया कि बिचौली हप्सी के जगदीश पिता बोंदर ने फांसी लगाकर जान देने की कोशिश की। भाई शेखर उसे फांसी के फंदे से उतारकर अस्पताल लेकर गया। शेखर का कहना है कि भाई को जब फंदे पर लटका देखा तो उसके पैर जमीन पर टिके हुए थे। तुरंत उसे फंदे से उतारा और सीना जोर-जोर से दबाया तो उसकी सांसें फिर से चलने लगीं। उसके बाद उसे अस्पताल लेकर जाए, जहां इलाज चल रहा है। जगदीश नल फिटिंग का काम करता है।
परिवार गमी में गया, अधेड़ ने लगाई फांसी
एक शख्स ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। बताया जा रहा है कि जिस समय उसने यह कदम उठाया उस समय वह अकेला था। मल्हारगंज पुलिस ने बताया कि संतोष पिता बाबूलाल निवासी जनता कॉलोनी बड़ा गणपति को फांसी के फंदे से उतारकर अस्पताल ले जाया गया। बताया जा रहा है कि उनकी एक रिश्तेदार महिला की मौत होने के चलते परिवार में गमी में गया था और संतोष ने फांसी लगा ली। संतोष नर्मदा प्रोजेक्ट में काम करते थे। यह बताया जा रहा है कि संतोष को सबसे पहले पड़ोस के बच्चों ने फांसी पर लटका देखा और उसके परिजनों को फोन लगाकर सूचना दी।
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