इन्दौर। इंदौर में मिलावटी खाद्य सामग्री के खिलाफ बड़े स्तर पर अभियान और कार्रवाई के बाद भी इसमें खास कमी नहीं आ रही है। बीते साल इंदौर में 1134 खाद्य सैंपल लिए गए, जिनमें से 158 सैंपल जांच में फेल हुए हैं, यानी करीब हर दूसरे दिन एक सैंपल फेल हुआ है। यह खुलासा खाद्य औषधि विभाग द्वारा हाल ही में तैयार की गई 2023 की सालाना रिपोर्ट में हुआ है। रिपोर्ट के मुताबिक फेल हुए सैंपलों में असुरक्षित से लेकर मिलावटी और मिथ्याछाप पाए गए सैंपल शामिल हैं। खाद्य औषधि विभाग द्वारा मिलावटी और घटिया क्वालिटी वाली सामग्री पर रोक लगाने के साथ ही पैकिंग नियमों का पालन करवाने के लिए लगातार सैंपलिंग का काम किया जाता है। ये सैंपल जांच के लिए भोपाल स्थित खाद्य प्रयोगशाला भेजे जाते हैं। विभाग द्वारा त्योहारों के समय मिठाई और नमकीन की शुद्धता के लिए विशेष अभियान भी चलाया जाता है। इस तरह विभाग ने जिले में कुल 832 लीगल और 302 सर्विलांस सैंपल लिए थे। इनकी कुल संख्या 1134 है। इनकी जांच में 138 लीगल सैंपल और 20 सर्विलांस सैंपलों को लैब ने फेल किया है।
91 मामले कोर्ट में दायर किए
अधिकारियों ने बताया कि जांच में सैंपल फेल होने के बाद नियमानुसार आरोपी व्यापारी को दोबारा जांच के लिए नोटिस जारी किया जाता है। अगर वह जांच करवाता है तो दूसरी रिपोर्ट का इंतजार किया जाता है, अन्यथा समयसीमा पूरी होने के बाद गंभीर मामलों को कोर्ट में प्रस्तुत किया जाता है। 2023 में कुल 91 मामलों को कोर्ट में प्रस्तुत किया गया, जिनमें से अब 61 में निर्णय आया है और सभी 61 दोषसिद्ध पाए गए हैं। वहीं शेष 30 पर निर्णय आना बाकी है। इन मामलों में कुल 70 लाख का जुर्माना लगाया गया है, जिसमें से 16.40 लाख की वसूली हुई है।
लाइसेंस और रजिस्ट्रेशन से कमाए 1.44 करोड़
विभाग ने वर्ष 2023 में बड़ी संख्या में खाद्य संस्थानों के नए लाइसेंस और रजिस्ट्रेशन जारी करने के साथ रिन्युअल भी किए हैं। ऐसे लाइसेंस की संख्या 1189 और रजिस्ट्रेशन की 15317 है। इनसे विभाग को 1.44 करोड़ से ज्यादा की आय हुई है। यह संख्या प्रदेश में सर्वाधिक है।
मिलावटखोरों के खिलाफ जारी रहेगी कार्रवाई
शासन के आदेश पर लगातार खाद्य पदार्थ निर्माता, विक्रेता और परिवहनकर्ताओं की जांच का अभियान चलाया गया है, जिसमें पिछले साल कुल 158 सैंपल फेल हुए हैं, जिनमें विधिक कार्रवाई की जा रही है। इस साल भी सख्ती से मिलावटखोरों के खिलाफ अभियान जारी रहेगा। -मनीष स्वामी, मुख्य खाद्य सुरक्षा अधिकारी
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