इन्दौर। सीएम हेल्पलाइन (CM Helpline) पर दर्ज आवेदनों के साथ साथ राजस्व के प्रकरणों (revenue matters) में भी इंदौर (Indore) जिला पिछड़ता नजर आ रहा है। संभाग स्तरीय रैकिंग (Division Level Ranking) में भी इंदौर जिले की स्थिति निचले पायदान पर है। इस हालात को सुधारने के लिए संभागायुक्त ने निर्देश दिए कि पटवारी (Patwari) हफ्ते में एक दिन अपने-अपने हल्कों में जाकर रात्रि विश्राम करें और आवेदनों का तेजी से निराकरण करें।
संभागायुक्त दीपक सिंह ने ब्रिलियंट कन्वेंशन सेन्टर में पटवारियों को जहां गांव में रात बिताने के निर्देश दिए, वहीं अधिकारियों को संस्थाओं के साथ-साथ शासकीय अस्पतालों का निरीक्षण के निर्देश दिए, साथ ही सीएम हेल्पलाइन पर गिर रही रैकिंग को संभालने के लिए मैदानी स्तर पर जुटने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि सीएम हेल्पलाइन में जिन अधिकारियो द्वारा काम नहीं किया जा रहा है, उन पर अब कार्रवाई की जाएगी। इसके अलावा शासकीय अस्पतालों के निरीक्षण के साथ साथ राजस्व अधिकारियों को शासकीय छात्रावास एवं आश्रमों का नियमित निरीक्षण करने के साथ साथ स्कूली बच्चों से व्यवस्थाओं और शिक्षा की गुणवत्ता से फीडबैक लेने के निर्देश भी दिए।
सायबर तहसील की पेंडेंसी पर रहेगी नजर
राजस्व प्रकरणों को समय सीमा में निपटारा किए जाने के निर्देश देते हुए संभागायुक्त ने नक्शा तरमीम की साप्ताहिक मानिटरिंग करने कलेक्टरों को निर्देश दिए हैं। सीमांकन के लम्बित प्रकरणों के निदान के लिए निरंतर अभियान चलाया गया। नामांकन के प्रकरणों पर राजस्व अधिकारियों द्वारा समय सीमा में निपटान किया जाए।
दंडात्मक कार्रवाई सेवा पुस्तिका में दर्ज होगी
समीक्षा के दौरान सख्त निर्देश जारी करते हुए संभागायुक्त ने कहा कि किसी भी अधिकारी कर्मचारी पर काम नहीं करने की सूरत या लापरवाही बरतने पर दंडात्मक कार्रवाई की जाती है, तो उसे अनिवार्य रूप से सेवा पुस्तिका में भी दर्ज किया जाएगा। शहरी व ग्रामीण क्षेत्र में संचालित चेरिटेबल संस्थाओं का निरीक्षण करने के साथ साथ उनको दी गई जमीनों की लीज, पट्टे, सोसायटी व मंदिर के आधिपत्य की जमीन जांचने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि ऐसी जमीनों के खसरों पर अहस्तांतरणनीय शब्द दर्ज करने की कार्रवाई तेजी से की जाए, ताकि इन जमीनों का गलत उपयोग न हो।
पटाखों दुकानों पर निगाहें
संभागायुक्त ने त्योहारी सीजन में खुलने वाली पटाखा दुकानों पर विशेष नजर रखने के निर्देश जारी किए हैं। उन्होंने कहा कि विस्फोटक व पटाखा लाइसेंस की नियमित जांच की जाए व पटाखा दुकानें खुले स्थान पर सुरक्षा प्रबंधनों के साथ फायर सेफ्टी के नियमों के अनुरूप लगी हों, इसका विशेष ध्यान रखा जाए।
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