खुद सरकारी स्कूल में पढ़ती और कोचिंग में पढ़ाने लगी इंग्लिश… महंगे शौक तथा लाखों रुपयों के लालच ने पहुंचा दिया सलाखों के पीछे
– अदालत से लेकर मुख्यमंत्री तक गुहार लगाई… पुलिस ने भी पैसे ऐेंठे तो जान देकर लाज बचाई
– पहले टीचर ने टॉर्चर कर वसूले 2 लाख, फिर थाने में समझौते के नाम पर पुलिस ने लिए 50 हजार
इंदौर, रोहित पचौरिया।
पढ़ाई (studies) के बहाने अपने ही छात्र (Student) के साथ बेहद ही गंदी और घिनौनी हरकत करने वाली टीचर (teacher) के अश्लील दबावों के चलते जान देने वाले गौरव हाड़ा (Gaurav Hada) को आत्महत्या के लिए उकसाने वाली टीचर सुधार गृह (halfway house) में तो उसकी मां फिलहाल सलाखों के पीछे हैै। उसकी गिरफ्तारी के बाद चौंकाने वाले खुलासे हो रहे हैं, जिसमें पता चला है कि उक्त टीचर ने अश्लील चैटिंग के बाद धमकाने और दबाव बनाते हुए गौरव को ब्लैकमेल कर करीब 2 लाख रुपए की वसूली कर ली थी, जिसका खुलासा खुद गौरव ने आत्महत्या करने से पहले कोर्ट में की गई अपनी शिकायत में किया था। उक्त टीचर महंगे तोहफों की भी शौकीन थी, जो उसने गौरव से जिद कर कई बार लिए भी।
भागीरथपुरा निवासी बी. फार्मा के छात्र गौरव पिता राजू हाड़ा की अंग्रेजी चूंकि कमजोर थी तो उसने पाटनीपुरा स्थित एक अंग्रेजी कोचिंग क्लास ज्वॉइन कर ली। यहां उसकी मुलाकात उक्त टीचर से हुई। टीचर ने धीरे-धीरे बातचीत कर गौरव से जबरदस्ती नजदीकियां बढ़ाईं और उसका मोबाइल नम्बर लेते हुए उससे चैटिंग के जरिए बात भी करने लगी और उक्त टीचर गौरव को सभी छात्र चले जाने के बाद भी रोकती रहती थी और अपना दुखड़ा सुनाते हुए कहती थी कि मैं बहुत अकेली पड़ चुकी हूं। मेरा इस दुनिया में कोई नहीं है। मेरे माता-पिता का तलाक भी हो चुका है और मैं मेरी मां के साथ रहती हूं। गौरव ने पुलिस को दी गई शिकायत में बताया कि एक दिन क्लास खत्म होने के बाद टीचर ने मेरा हाथ पकड़ा और कहा कि तुम मुझे बहुत अच्छे लगते हो। जब गौरव ने मना किया तो टीचर बोली, मेरी उम्र 18 साल से अधिक है और मैं अपना भला-बुरा समझ सकती हूं। मुझे किसी की रोक-टोक पसंद नहीं है और मैं अपना जीवन अपनी मर्जी से जीना चाहती हूं। आकांक्षा ने कई बार कोचिंग क्लास में ही अकेले में जबरदस्ती की और कहा कि मैंने तेरे फोटो एडिट कर लिए हैं। अगर मुझे मना किया तो मेरे पास माइनर होने के दस्तावेज हैं और तुझे कभी भी उलझा दूंगी। उक्त टीचर भागीरथपुरा के ही किसी सरकारी स्कूल में पढ़ती थी और शुरू से ही उसके महंगे शौक रहे हैं। परिजनों का आरोप है कि उक्त टीचर ने कई बार गौरव से जबरदस्ती महंगे तोहफे भी लिए, वहीं कोर्ट में की शिकायत में खुद गौरव ने भी स्वीकारा कि टीचर उससे करीब 2 लाख रुपए तक ऐंठ चुकी थी।
दोस्तों से बात बंद कर दे… झूठे केस में फंसा दूंगी
गौरव ने उक्त शिकायत में यह भी बताया कि 4 अगस्त को फ्रेंडशिप-डे के मौके पर जब मैं अपने दोस्तों से मिला तो वह बोली कि तू तेरे दूसरे दोस्तों से बात बंद कर दे। जब गौरव ने कहा कि मुझे छोड़ दे तो वह 5 अगस्त को गौरव के घर पहुंच गई और धमकी दी कि अगर मुझसे बात नहीं कि तो तेरी शिकायत महिला थाने में कर दूंगी और झूठे केस में तुझे अंदर करवा दूंगी। इसी बात से घबराकर गौरव उसके पिता व परिजनों को लेकर कोर्ट पहुंचा था और उक्त शिकायत की थी। इसके बाद गौरव के पिता राजू हाड़ा के पास महिला थाने से फोन आता है और वह थाने पहुंचते हैं, जहां पर इन पर समझौते का दबाव बनाते हुए 50 हजार रुपए वसूले जाते हैं।
पिता सब्जी बेचते, लेकिन बेटे ने आधा किलो का बाट तक न देखा
गौरव के पिता राजू हाड़ा इतवारिया बाजार में सब्जी का ठेला लगाते हैं। उनका कहना था कि मैं भले ही सब्जी बेचता हूं, लेकिन मेरा सपना था कि उनका इकलौता बेटा गौरव खूब पढ़े, खूब नाम कमाए, इसलिए उसे इस धंधे से कोसों दूर रखा। गौरव को यह तक नहीं पता था कि आधा किलो का बाट कैसा दिखता है।
तथाकथित टीचर की अलग-अलग नामों से है सोशल मीडिया आईडी…
अग्निबाण ने जब इस मामले में पड़ताल की तो पता चला कि कोचिंग इंस्टिट्यूट में पढ़ाने वाली टीचर की सोशल मीडिया पर एक नहीं, बल्कि कई आईडी है, जो उसने अलग-अलग नामों से बना रखी थी। उसके एक नहीं, बल्कि लगभग 7 से 8 इंस्टाग्राम, फेसबुक व अन्य सोशल मीडिया पर अकाउंट्स हैं।
सीएम हेल्पलाइन पर भी लगा चुका था गुहार…
टीचर की ब्लैकमेलिंग से तंग आकर गौरव टीचर की धमकियों से इतना सहम चुका था कि उसने घर से रुपए चुराकर टीचर को देना शुरू कर दिए। एक दिन जब वह चोरी करते पकड़ाया गया तो उसने पूरी बात पिता को बताई। पिता ने सीएम हेल्पलाइन पर शिकायत की, जिसका शिकायत नम्बर 28342164 है।
महिला थाना है… महिलाओं की ही सुनी जाती है…
गौरव की रिश्तेदार बहन पूजा वर्मा का कहना है कि महिला पुलिसकर्मियों ने गौरव पर लगातार यह दबाव बनाया कि रुपए देकर समझौता कर लो नहीं तो रेप के केस में अंदर जाओगे और तुम्हारी जमानत भी नहीं होगी। गौरव महिला थाने में गिड़गिड़ाता रहा कि मैडम मेरी कोई गलती नहीं है, आप मेरी चैटिंग देख लीजिए। टीचर ने ही मुझ पर दबाव बनाकर रुपए ऐंठे हैं और इसकी शिकायत मैंने आज न्यायालय में की भी है, लेकिन महिला पुलिस ने पढऩा तो दूर, आवेदन देखना तक उचित नहीं समझा और कहा कि यह महिला थाना है और यहां महिलाओं की ही सुनी जाती है, चाहे पुरुष सही हो या गलत, हमें फर्क नहीं पड़ता।
जो आपके साथ हुआ वह किसी और के साथ नहीं होने दूंगी
इस मामले में पिछले दिनों एडिशनल डीसीपी पूजा डुडवे व अन्य आला पुलिस अधिकारियों ने गौरव के पिता राजू व परिजनों को भरोसा दिलाया कि मामले की जांच चल रही है। जो आपके साथ हुआ, वह भविष्य में किसी और के साथ नहीं होने दूंगी।
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