इंदौर। शहर (Indore) के यातायात (transportation) को व्यवस्थित करने के लिए जिला प्रशासन (District Administration) ने शहर के बीचोबीच से बसों का संचालन करने वाले बस संचालकों पर कार्रवाई शुरू कर दी है। कल प्रशासन ने ऐसे सात ट्रेवल्स (Seven Travels) की ऑफिस सील (Seal) किए। बाद में बस संचालकों ने यात्री परेशानियों का हवाला दिया तो कलेक्टर ने तीन दिनों की मोहलत के साथ शहर के बाहर से बसें संचालित करने के निर्देश दिए। इसके बाद अब कई निजी बसों का संचालन नायता मुंडला (Naita Mundla) स्थित बस स्टैंड से शुरू होने की स्थिति बनती नजर आ रही है। यह विकल्प पिछली बैठक में जिला प्रशासन ने ही बस संचालकों को दिया था।
उल्लेखनीय है कि शहर के ट्रैफिक को व्यवस्थित करने के लिए जिला प्रशासन ने पिछले माह निजी बस संचालकों की बैठक लेते हुए निर्देश दिए थे कि ऑल इंडिया टूरिस्ट परमिट पर चलने वाली बसें शहर से बाहर संचालित की जाएं। इस पर बस संचालकों ने कहा था कि ज्यादातर के पास शहर के बाहर बसों का संचालन शुरू करने के लिए स्थान नहीं है। इस पर अस्थायी तौर पर विकल्प दिया गया था कि वे नायता मुंडला में बने नए बस स्टैंड से बसों का संचालन शुरू कर सकते हैं। आरटीओ प्रदीप शर्मा ने कहा कि कल कार्रवाई के दौरान भी जब बस संचालकों ने इतने कम समय में बाहर व्यवस्था न होने की बात कही तो उन्हें दोबारा यह विकल्प दिया गया कि अगर वे चाहें तो नायता मुंडला बस स्टैंड से अपनी बसें चला सकते हैं। इस बस स्टैंड से अभी किसी भी बस का संचालन शुरू नहीं हुआ है और यह खाली भी है। नौलखा की बसों को यहां शिफ्ट करने की योजना थी, जो कोर्ट के स्टे के कारण अटकी पड़ी है।
शहर में बुकिंग ऑफिस और पिकअप पाइंट बना सकेंगे
आरटीओ ने बताया कि भोपाल की तरह बस संचालक शहर में अपना बुकिंग ऑफिस बना सकते हैं। साथ ही यात्रियों को शहर से लेकर बस स्टैंड तक लाने-ले जाने के लिए छोटी गाडिय़ां भी संचालित कर सकते हैं, जिससे ट्रैफिक बाधित न हो। इससे यात्रियों को भी सुविधा होगी और बस संचालकों का काम भी प्रभावित नहीं होगा।
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