इंदौर। शहर (Indore) की जो बड़ी और दागी गृह निर्माण (build house) संस्थाएं हैं उनमें नवभारत (Navbharat) भी शामिल है, जिसके सैंकड़ों पीडि़त सदस्य सालों से भूखंड (Plots) हासिल करने के लिए चप्पलें घीस रहे हैं। भूमाफिया ने नवभारत की जमीनों को भी विगत कई वर्षों में ठिकाने लगा दिया, जिसमें 18 एकड़ जमीन तैय्यबी रियल इस्टेट (Taiyabi Real Estate) को बेच डाली। इस जमीन को वापस संस्था में शामिल करने के लिए सहकारिता विभाग ने रजिस्ट्री शून्य करवाने के लिए कोर्ट में परिवाद भी दायर करवा रखा है। मगर दूसरी तरफ इसी जमीन को टुकड़ों में कर भूखंडों के रूप में अवैध रूप से बेचा जा रहा है। कलेक्टर आशीष सिंह के निर्देश पर इस मामले में एसडीएम राऊ विनोद राठौर ने तैय्यबी रियल इस्टेट के कर्ताधर्ता मोहम्मद खम्बाती को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है।
जिन प्रमुख संस्थाओं की जमीनों पर भूमाफियाओं ने लूट मचाई उनमें एक नवभारत गृह निर्माण संस्था भी शामिल है, वहीं क्लॉथ मार्केट सहकारी संस्था और नाकोड़ा गृह निर्माण में भी नवभारत की जमीनें शामिल कर दी गई, जिसके चलते 4 हजार से अधिक संस्था के सदस्य भूखंडों के इंतजार में सालों से बैठे हैं। कुछ भूखंड प्राधिकरण से भी संकल्प 9 के तहत मिलना है। इतना ही नहीं, अग्रिबाण ने ही कुछ वर्ष पूर्व नवभारत की सदस्यता सूची में हुए फर्जीवाड़े का खुलासा किया था, जिसमें अजमेरा परिवार के साथ इंदौर के कई मोहल्लों में रहने वाले लोगों को ही परवारे सदस्य बना दिया। दूसरी तरफ नवभारत की 18 एकड़ बेशकीमती जमीन तैय्यबी रियल इस्टेट तर्फे डायरेक्टर मोहम्मद खम्बाती खातीवाला टैंक निवासी को बेच डाली। ग्राम बिजलपुर स्थित इस जमीन के सर्वे नम्बर 13/5, 19/3, 13/1 और 12/2 की ये जमीनें दरअसल, सदस्यों को भूखंड के रूप में मिलना थी। पूर्व में भी प्रशासन ने तैय्यबी रियल इस्टेट के फार्महाउस पर कार्रवाई की थी। अभी पीडि़तों ने कलेक्टर आशीष सिंह के समक्ष पिछले दिनों शिकायत दर्ज कराई कि तैय्यबी रियल इस्टेट द्वारा इस जमीन पर बिना अनुमति विकास कार्य करते हुए उसे खुर्द-बुर्द किया जा रहा है। यानी भूखंडों के रूप में अलग-अलग लोगों को बेचा जा रहा है। इससे भविष्य में पीडि़तों के हितों पर भी प्रभाव पड़ेगा। मजे की बात यह भी है कि दो साल पहले सहकारिता विभाग ने इस जमीन को हासिल करने के लिए कोर्ट में परिवाद लगा रखा है, ताकि वहां से रजिस्ट्री शून्य घोषित कराई जा सके, लेकिन भूमाफियाओं के हौंसले इस कदर मजबूत हैं कि इस जमीन की अफरा-तफरी की जा रही है। लिहाजा कलेक्टर के निर्देश पर एसडीएम श्री राठौर ने तैय्यबी रियल इस्टेट के मोहम्मद खम्बाती को नोटिस जारी कर अपना जवाब मांगा है। अन्यथा प्रशासन अपनी कार्रवाई करेगा। इधर पीडि़त सदस्यों का कहना है कि तैय्यबी रियल इस्टेट ने क्लॉथ मार्केट और नाकोड़ा के भूखंडधारकों को अंधेरे में रख उनके हिस्से की जमीन निजी लोगों को बेची जा रही है और हाईकोर्ट तथा सुप्रीम कोर्ट को भी अंधेरे में रख यह कहा गया कि सभी प्लाटधारकों को उनके पैसे लौटा दिए हैं। जबकि नाकोड़ा के 100 सदस्य और क्लॉथ मार्केट के 185 सदस्यों में से किसी को भी पैसे नहीं मिले, बल्कि कुछ फर्जी लोगों से संस्था के लेटरपेेड पर पूर्ण पेमेंट प्राप्त करने की जानकारी लिखवा ली गई। भूखंड पीडि़तों की ओर से लड़ाई लड़ रहे अनूप शुक्ल का कहना है कि 25 साल से अधिक समय से मध्यम वर्ग के लोग अपने घर का इंतजार कर रहे हैं। मगर उन्हें भूखंड ही नहीं मिला और दूसरी तरफ संस्था की जमीन अवैध रूप से खरीदने वाले अब उसे खुर्द-बुर्द करने में जुटे हैं।
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