इंदौर, अमित जलधारी। इंदौर-नागपुर वंदे भारत ने अपने संचालन के सफल एक साल पूरे कर लिए हैं। पिछले साल 9 अक्टूबर से ही इस ट्रेन का विस्तार नागपुर तक किया गया था। इस ट्रेन ने 14 महीने में लगभग 17 करोड़ रुपए की कमाई की है। पहले यह ट्रेन इंदौर से भोपाल के बीच संचालित की जा रही थी, लेकिन अपेक्षित यात्री नहीं मिलने के कारण ट्रेन को नागपुर तक चलाया जाने लगा और यह प्रयोग बेहद सफल रहा।
इंदौर-भोपाल वंदे भारत की शुरुआत 28 जून 2023 को की गई थी, लेकिन संचालन के बाद से इसके अत्यधिक किराए के कारण यह यात्रियों को ज्यादा पसंद नहीं आ रही थी। तब इसकी अधिकतम ऑक्यूपेंसी 25-30 प्रतिशत से ज्यादा नहीं हो पा रही थी। पिछले साल विधानसभा चुनाव के सहप्रभारी के रूप में जब रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव इंदौर आए थे, तब उनके सामने इंदौर-भोपाल वंदे भारत को नागपुर या जबलपुर तक बढ़ाने के विकल्प रखे गए थे, लेकिन नागपुर ने बाजी मार ली। अब यह ट्रेन सामान्य दिनों में भी लगभग 70 प्रतिशत या इससे ज्यादा ऑक्यूपेंसी के साथ चलती है और देश की अच्छी ऑक्यूपेंसी के साथ चलने वाली वंदे भारत ट्रेन में शामिल हो गई है। त्योहारी या गर्मी की छुट्टियों में तो कई दिन ट्रेन में कन्फर्म सीट मिलना मुश्किल हो जाता है। आठ कोच की इस सेमी हाईस्पीड ट्रेन में एक्जीक्यूटिव एसी चेयरकार का एक और सात एसी चेयरकार के कोच हैं।
अब सूरत और जयपुर वंदे भारत की दरकार
उज्जैन निवासी रेलप्रेमी मोहित सक्सेना ने अग्निबाण को बताया कि उन्होंने आरटीआई के माध्यम से इंदौर वंदे भारत से रेलवे को हुई आय की जानकारी मांगी थी। रेलवे ने बताया है कि जून-23 (ट्रेन का संचालन शुरू होने से) से 31 अगस्त 2024 तक इंदौर वंदे भारत ने लगभग 17 करोड़ रुपए कमाए हैं। इसमें यदि सितंबर और अक्टूबर के आंकड़े जुड़ जाएंगे तो यह कमाई और बढ़ेगी। रेलवे मामलों के वरिष्ठ जानकार नागेश नामजोशी ने बताया कि इंदौर से नागपुर जाने वाली वंदे भारत की उपयोगिता तब और बढ़ सकती है, जब इसकी लिंक नागपुर-बिलासपुर वंदे भारत से की जाए। अभी इंदौर वंदे भारत के नागपुर पहुंचने से पहले बिलासपुर वंदे भारत नागपुर से रवाना हो जाती है। यदि बिलासपुर वंदे भारत को इंदौर वंदे भारत के पहुंचने के बाद चलाया जाए तो यात्रियों को छत्तीसगढ़ आने-जाने के लिए बेहतर लिंक मिल सकेगी। जानकारों का मत है कि इंदौर से वडोदरा होते हुए सूरत और इंदौर से जयपुर के बीच वंदे भारत का संचालन शुरू होना चाहिए।
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