इंदौर। ग्रामीण क्षेत्रों (rural areas) में स्वच्छता ( cleanliness) को लेकर संदेश देती लघु फिल्म ( short film) बनाकर दो लाख तक के पुरस्कार जीते जा सकते हैं। इसमें आम जनता के साथ ही शासकीय विभागों (government departments) के अधिकारी-कर्मचारी भी शामिल हो सकते हैं। प्रविष्टि भेजने की अंतिम तिथि 15 अगस्त निर्धारित की गई है।
स्वच्छ भारत मिशन (Swachh Bharat Mission) ग्रामीण की राज्य कार्यक्रम अधिकारी निधि निवेदिता द्वारा इस संबंध में पूरे प्रदेश के जिला पंचायत सीईओ (Zilla Panchayat CEO) को पत्र लिखा गया है। पत्र में हवाला दिया गया है कि स्वच्छ भारत मिशन (Swachh Bharat Mission) के अनुसार समस्त ग्रामों को ओडीएफ प्लस की श्रेणी में लाया जाना है। गांव में किसी भी तरह की गंदगी नहीं हो, दिखने में पूर्ण रूप से स्वच्छ हो, जनता द्वारा कचरे का प्रबंधन किया जाता हो, साथ ही तरल एवं ठोस अपशिष्ट प्रबंधन व ग्राम की दृश्य स्वच्छता सुचारु रूप से चल रही हो। लघु फिल्म ( short film) प्रतियोगिता को स्वच्छ फिल्मों का अमृत महोत्सव नाम दिया गया है, जिसे ज्यादा से ज्यादा लोगों को जोडऩे के लिए जिला पंचायत की टीम सक्रिय हो गई है। प्रतियोगिता में मेरा गांव-मेरा योगदान विषय पर ही 1 से 5 मिनट की लघु फिल्म ( short film) बनाई जा सकती है। इसमें दो महत्वपूर्ण विषय हैं, जिसमें पहला ओडीएफ प्लस के निम्न चार घटक बायोडिग्रेडेबल कचरा, गोवर्धन, प्लास्टिक वेस्ट मैनेजमेंट, ग्रे वाटर मैनेजमेंट, मल कीचड़ प्रबंधन तथा व्यवहार परिवर्तन तथा दूसरा ग्रामीण क्षेत्रों (rural areas) की भौगोलिक स्थिति के आधार पर ठोस एवं तरल अपशिष्ट प्रबंधन पर किए गए तकनीकी विकल्प एवं स्वच्छता संदेशों पर आधारित होगी। इसमें प्रमुख रूप से समतल क्षेत्र, पहाड़ी क्षेत्र व नदी के किनारे बसाहट है। प्रतियोगिता का प्रथम पुरस्कार 2 लाख, दूसरा 1 लाख 20 हजार तथा तृतीय पुरस्कार 80 हजार रुपए है। फिल्म हिंदी या स्थानीय भाषा का उपयोग कर बनाई जा सकती है।
यूट्यूब पर अपलोड करनी पड़ेगी फिल्म
फिल्म तैयार होने के बाद प्रतिभागी द्वारा अपनी मेल आईडी बनानी पड़ेगी और उसी के जरिए फिल्म को यूट्यूब ( youtube) पर अपलोड करना पड़ेगा।
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