इंदौर। चर्चित भूमाफिया दिलीप सिसौदिया (Famous land mafia Dilip Sisodia) उर्फ दीपक मद्दा (Deepak Madda) फिलहाल जेल (jail) में ही रहेगा, क्योंकि मनी लॉन्ड्रिंग मामले (money laundering case) में ईडी (ED) द्वारा दर्ज केस में उसे हाईकोर्ट (High Court) से जमानत (bail) नहीं मिल सकी। ईडी ने जोरदार तर्क रखे, तो शासन ने भी उसे आदतन अपराधी बताया और मेडिकल ग्राउंड पर जमानत हासिल करने का बहाना भी नहीं चल सका। पिछले दिनों कल्पतरु मामले में मद्दे को जमानत का लाभ मिल गया था।
पिछले दिनों मद्दे को इलाज के लिए सुपर स्पेशिएलिटी हॉस्पिटल में भी भर्ती कराया और उसी आधार पर संस्था के प्रकरण में जमानत मिली। मगर चूंकि ईडी ने मद्दा के खिलाफ पुख्ता प्रकरण बना रखा है और छापे के बाद उसकी गिरफ्तारी तो की ही, वहीं करोड़ों रुपए की जमीनें भी जब्त कर ली। कल हाईकोर्ट में मद्दे के वकीलों ने जमानत हासिल करने के प्रयास किए। मगर ईडी अधिवक्ता की दलीलों को ही हाईकोर्ट ने मंजूर किया। ईडी ने कहा कि 22 करोड़ से अधिक की सम्पत्ति अटैच हो चुकी है और मद्दा ही जमीनों की अवैध बिक्री का मुख्य आरोपी है और उसका कुछ समय पूर्व सफल ऑपरेशन भी हो चुका है और फिलहाल आपातकालीन मेडिकल समस्या नहीं है। उल्लेखनीय है कि ईडी ने मजदूर पंचायत, कल्पतरु और देवी अहिल्या की जमीनों में किए गए फर्जीवाड़े और मनी लॉन्ड्रिंग के चलते केस बनाया है, जिसके चलते वह सालभर से जेल में है और अभी भी उसे जमानत का लाभ नहीं मिल सका है। शासन ने भी उसे आदतन अपराधी बताया है, जिस पर कई जमीन घोटालों के केस चल रहे हैं।
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