पति-पत्नी तेंदूए से बच्ची की जान बचाने के लिए भिड़े पर बेटी की लाश ही उनके हाथ लगी
गर्दन दबाकर ले जा रहे तेंदुए से बच्ची छुड़ाई… पर जान बच न पाई
इंदौर। रात को माता-पिता और भाई-बहन के साथ सो रही 7 साल की एक बच्ची की गर्दन दबाकर तेंदुआ (Leopard) उठाकर ले जाने लगा। बच्ची ने जब शोर मचाया तो बेटी की जान बचाने के लिए माता-पिता और मासूम भाई-बहन तेंदुए (Leopard) से जा भिड़े। परिवार के हमले से घबराकर तेंदुआ (Leopard) बच्ची को वहीं छोडक़र भाग गया, लेकिन तेंदुए की पकड़ में आई मासूम की गर्दन दबने से मौत हो गई।
घटना रात ढाई बजे सिमरोल (Simrol) के मेंडल गांव में हुई। जंगल के पास बसे इस गांव में रहने वाला राजू घर के बाहर पत्नी और तीन बच्चों के साथ जमीन पर सो रहा था। 7 साल की रूबिना नामक बच्ची सबसे आखिर में सो रही थी। इस बीच वहां तेंदुआ (Leopard) पहुंचा और रूबिना को गर्दन के पास से पकड़ लिया। रूबिना ने शोर मचाया तो राजू, उसकी पत्नी और बच्चे भी जाग गए। तेंदुआ रूबिना को ले जाने लगा तो राजू और उसके परिवार ने शोर मचाने के साथ डंडे और पत्थरों से उस पर हमला कर दिया, जिससे तेंदुआ रूबिना को छोडक़र भाग गया। गले में गहरा घाव होने और ज्यादा खून बह जाने से बच्ची की मौत हो गई।
पूरे घाट में तेंदुओं का आतंक
बताया जा रहा है कि सिमरोल क्षेत्र ( Simrol area) के जंगल से घिरे कई गांवों में तेंदुओं (Leopard) की दहशत है। तेंदुए अकसर किसानों के पालतू जानवर खाने की मंशा से गांवों में घुस आते हैं। भेरूघाट के खंडवा रोड पर भी कई बार तेंदुए भटकते हुए देखे गए।
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