- कोरोना का तो फिलहाल प्रकोप खत्म… मगर दूसरी मौसमी बीमारियों की चपेट में आ रहे हैं लोग, संक्रमण का डर भी
इंदौर। कोरोना (Corona) का प्रकोप तो फिलहाल नहीं के बराबर है और दो-चार मरीज (patient) ही मिल रहे हैं। कल तो 12500 सैम्पलों (Sample)की जांच में मात्र 4 ही पॉजिटिव (Possitive) निकले, लेकिन डेंगू का प्रकोप इंदौर सहित सभी जिलों में बढ़ रहा है। जनवरी से अभी तक स्वास्थ्य विभाग ने घरों का सर्वे किया, जिसमें 644 घरों में लार्वा मिला। बारिश के दिनों में अन्य मौसमी बीमारियां हो रही हैं, जिसके चलते सर्दी, जुकाम, वायरल के पीडि़त हैं, लेकिन सभी को पहले कोरोना संक्रमण का ही डर सताता है, जिसके चलते आरटीपीसीआर टेस्ट भी करवाए जा रहे हैं। अभी तक बीते 3 माह में डेंगू के 19 मरीज मिले हैं। विजय नगर से लेकर अन्य क्षेत्रों में मिले इन मरीजों के आधार पर निगम और स्वास्थ्य विभाग की टीम लार्वा नष्ट करने, कीटनाशक दवाइयों के छिडक़ाव के साथ पानी जमा न होने देने सहित अन्य सलाह भी नागरिकों को दे रही है।
कोरोना संक्रमण (corona infection) की स्थिति तो इंदौर सहित प्रदेशभर में फिलहाल राहत वाली ही है और हर 24 घंटे में दो-चार मरीज ही मिल रहे हैं, जबकि प्रशासन द्वारा रोजाना 10 से 12 हजार तक सैम्पलों की जांच करवाई जा रही है। कल भी रिकार्ड 12500 जांच हुई, जिसमें 6551 आरटीपीसीआर और 3683 रैपिड एंटीजन करवाए गए और मात्र 4 पॉजिटिव मिले, जबकि उपचाररत मरीजों की संख्या भी मात्र 17 ही रह गई। लेकिन डेंगू-मलेरिया जैसी मौसमी बीमारियां भी इन दिनों बढ़ रही हैं। कोरोना के पहले तो सर्दी, जुकाम, बुखार को लेकर लोग इतने अधिक चिंतित नहीं रहते थे, मगर अब सामान्य सर्दी-जुकाम होने पर भी सबसे पहले कोरोना संक्रमण का ही डर सताता है, जिसके चलते भी कोरोना टेस्ट करवाने की सलाह देते हैं। बारिश के दिनों में सर्दी, जुकाम, उल्टी-दस्त के साथ बुखार-वायरल के मरीज भी बढ़ते हैं। अभी डेंगू के मरीजों की संख्या भी बढ़ रही है। चार दिनों में ही डेंगू के 8 मरीज मिले हैं। शिव सिटी, विजय नगर सहित कुछ कालोनियों में डेंगू के इन मरीजों के मिलने के बाद निगम और स्वास्थ्य विभाग की टीमों ने लार्वानाशक दवाइयों का छिडक़ाव किया और नागरिकों से भी अनुरोध किया कि अपनेे घर में पानी जमा न होने दें और उसमें क्रूड ऑइल से लेकर दवाइयों का छिडक़ाव करें। मच्छरदानी का भी इस्तेमाल करें। फिलहाल 14 टीमें रहवासी और व्यावसायिक क्षेत्रों में लार्वा नष्ट कर रही हैं और घरों का भी सर्वे किया जाता है। जनवरी से लेकर अब तक 644 घरों में इस सर्वे के दौरान लार्वा मिला, जिन्हें स्वास्थ्य विभाग नोटिस भी जारी करता है। वहीं मच्छरों को मारने के लिए फॉगिंग मशीन का इस्तेमाल किया जा रहा है। डेंगू के साथ-साथ मलेरिया के भी रोगी बढ़ जाते हैं। दूसरी तरफ कोरोना के साथ-साथ ब्लैक फंगस के मरीज भी लगातार घटते रहे हैं। वहीं कोरोना के भी जो दो-चार मरीज मिल रहे हैं, वे भी ए सिम्टोमैटिक ही हैं, जिनका घरों पर ही आसानी से इलाज हो रहा है।