इंदौर। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने महिला एवं बाल विकास विभाग के मैदानी अमले को अच्छा काम करने के लिए भोपाल में आयोजित कार्यक्रम में पुरस्कार दिए। विभिन्न कैटेगरी में दिए गए पुरस्कार में इंदौर कहीं नजर नहीं आया। एकमात्र सखी सेंटर और सहायिका ने लाज बचाई।
भोपाल स्थित कुशाभाऊ ठाकरे सभागार में मुख्यमंत्री द्वारा जिला, परियोजना, पर्यवेक्षक स्तर पर अधिकारियों-कर्मचारियों, आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को पुरस्कृत किया गया। अलीराजपुर जिले ने इंदौर सहित सभी जिलों को पछाड़ते हुए पहले स्थान पर अपनी जगह बनाई। विभिन्न 6 कैटेगरी में दिए गए पुरस्कार में इंदौर कहीं नजर नहीं आया। एकमात्र वन स्टॉप सेंटर ने इंदौर के झंडे को थामे रखा। वन स्टॉप सेंटर की वंचना सिंह परिहार को महिलाओं के हक के लिए लडऩे और उन्हें न्याय दिलाने के लिए उत्कृष्ट कार्य सेवा सम्मान मिला, वही खजराना आंगनवाड़ी की सहायिका शाहजहां शेख को पुरस्कृत किया गया।
महिलाओं के लिए विभाग के आला अधिकारी बने पुरुष अधिकारी की अकर्मण्यता इसी बात से साबित होती है कि महिलाओं के प्रति काम करने में उनकी रुचि नहीं है। महिला एवं बाल विकास विभाग के कर्ता-धर्ता रामनिवास बुधौलिया सिर्फ कलेक्टर की वाहवाही लूटने में लगे रहते हैं। निचले स्तर पर काम करने के लिए ना ही कोई उत्कृष्ट प्लानिंग नजर आती है। बुधौलिया के नेतृत्व में किसी भी तरह की कोई नई पहल नहीं की जा रही। परियोजना अधिकारी से लेकर पर्यवेक्षक तक सभी रूटीन कार्य करके समय काट रहे हैं।
आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं से लेंगे मुख्यमंत्री सालाह
कार्यक्रम घोषणा करते हुए मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए हैं कि आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं सहायिका और पर्यवेक्षकों के लिए जिला स्तर पर पुरस्कार वितरित किए जाएं जिसके लिए हर 3 महीने में जिले में आयोजन हो मुख्यमंत्री ने निर्देश देते हुए कहा है कि हर 3 महीने में भी आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं सहायिकाओं से जमीनी स्तर की जानकारी लेने के साथ-सथ सलाह मशवरा भी करेंगे। पुरस्कृत सभी अधिकारियों को 25हजार की राशि प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved