प्रदूषण और नंबर प्लेट के नाम पर कर रहे चालान कार्रवाई
इंदौर। कोरोना को देखते हुए सरकार ने भले ही वाहनों के कागजातों की मियाद को 31 मार्च तक बढ़ा दिया है, लेकिन टारगेट पूरा करने के लिए अब यातायात पुलिस और पुलिस कभी सीट बेल्ट तो कभी नंबर प्लेट के नाम पर चालान बना रही है और कहीं-कहीं तो प्रदूषण नियंत्रण कार्ड को लेकर भी चालान बनाया जा रहा है, जबकि कार्ड न होने की दशा में गाड़ी की प्रदूषण जांच की जाना चाहिए, लेकिन यातायात पुलिस के पास उसके लिए संसाधन उपलब्ध नहीं है।
दो दिन से पूरे शहर में चार पहिया वाहनों पर कार्रवाई की जा रही है, इनमें कारों को ज्यादा निशाना बनाया जा रहा है। अगर किसी कार चालक ने सीट बेल्ट नहीं लगा रखा है तो उसका चालान बनाया जा रहा है। वहीं प्लेट पर लिखे गलत नंबरों को लेकर भी कार्रवाई की जा रही है। इसके साथ ही ड्राइविंग लाइसेंस और वाहनों के कागजात को नहीं जांचा जा रहा है, क्योंकि केन्द्र सरकार के परिवहन मंत्रालय ने कोरोना काल में लॉकडाउन के कारण अपने वाहनों के कागजात अपडेट नहीं करवाने वालों को 31 दिसम्बर से बढ़ाकर 31 मार्च 2021 तक की छूट दे दी है, यानि अगर वाहनों के कागजात की वेलेडिटी नहीं है तो उस पर कोई कार्रवाई नहीं की जाएगी।
अधिकारी नहीं चला पा रहे हैंड हेल्ड डिवाइस
चालान बनाने के लिए यातायात पुलिस ने कई चौराहें पर हैंड हेल्ड डिवाइस भी दिए हैं, जिसमें क्रेडिट और डेबिट कार्ड से पेमेन्ट लेकर ऑनलाइन चालान भरा जाता है। कई अधिकारियों को ठीक से ये डिवाइस भी चलाना नहीं आ रहे हैं, जिसके कारण वाहन चालक को इंतजार करना पड़ता है। कहीं-कहीं तो इंटरनेट की स्पीड के कारण भी चालानी कार्रवाई प्रभावित होती है।
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