आज एसडीएम के साथ दौरे के बाद दुकानों के बाहर खींचेंगे लाइन
इंदौर। कल मालवा मिल (Malwa Mill) चौराहे पर निगम (Corporation) की रिमूवल गैंग (Removal Gang) ने अचानक व्यापारियों (traders) के शेड तोड़ फुटपाथ और सडक़ पर रखे सामान जब्ती की कार्रवाई की शुरू कर दी। इससे नाराज व्यापारियों ने हंगामा कर दिया। बाद में उन्होंने क्षेत्रीय पार्षद को भी बुलवा लिया और अधिकारियों को घेर दिया। करीब 1 घंटे तक चले विवाद के बाद तय हुआ कि व्यापारियों की दुकानों के बाहर एक लाइन लक्ष्मण रेखा के रूप में बना दी जाएगी, जिसके बाहर वे सामान नहीं रख सकेंगे। आज इस क्षेत्र का एसडीएम भी दौरा करेंगे।
कल शाम अचानक एसडीएम प्रदीप सोनी और झोनल अधिकारी अंकेश बिरथरिया के साथ निगम का अमला मालवा मिल चौराहे पर कार्रवाई करने पहुंच गया। अमले का कहना था कि कल मुनादी करवा दी गई थी, लेकिन व्यापारी नहीं माने। भारी-भरकम अमले ने वहां से दुकानों के शेड हटाना शुरू कर दिए और सामान जब्त की कार्रवाई कर चालान भी बना दिए। इससे व्यापारियों में अफरा-तफरी मच गई और वे जल्दी-जल्दी अपना सामान उठाने लगे। बावजूद इसके कई व्यापारियों के गेहूं-चावल के बोरे और दुकान के बाहर रखा सामान जब्त कर लिया। कुछ व्यापारियों के 5 हजार तो कुछ के 1 हजार रुपए के चालान तक बना दिए। बाद में व्यापारियों और दुकानदारों ने क्षेत्रीय पार्षद नंदकिशोर पहाडिय़ा को बुला लिया और कहा कि बिना किसी सूचना के ये कार्रवाई की जा रही है। पहाडिय़ा अमले पर भडक़ उठे। हालांकि तब तक एसडीएम वहां से जा चुके थे। व्यापारियों ने झोनल अधिकारी को घेर लिया और आक्रोश जताने लगे। उनका कहना था कि शहर में कई ऐसे भी इलाके हैं, जहां से निकलना मुश्किल होता है, लेकिन बार-बार उन्हें ही टारगेट बनाया जाता है। करीब एक घंटे की मशक्कत के बाद तय हुआ कि मालवा मिल के आसपास की दुकानों के बाहर लाइन बना दी जाएं और उसके अंदर ही व्यापारी अपना सामान रखें। पार्किंग के लिए सामने स्कीम नंबर 91 का उपयोग किया जाए, जहां 100 फीट लंबी सडक़ बनी हुई है। आज इसको लेकर एसडीएम सोनी के साथ दौरा किए जाने का तय किया गया है। पहाडिय़ा ने अधिकारियों से कहा कि वे व्यापारियों को समझाएंगे कि सडक़ों पर सामान नहीं रखें, लेकिन निगम को इस तरह की कार्रवाई नहीं करना थी। पहाडिय़ा ने रात में ही सभी व्यापारियों का सामान छुड़वाया और उन्हें दिलवाया। जब तक सामान नहीं मिला पार्षद और अन्य व्यापारी चौराहे पर ही डटे रहे।