इंदौर, विकाससिंह राठौर। स्वच्छता में देश में नंबर वन इंदौर का देवी अहिल्याबाई होलकर अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट भी हर मामले में सबसे आगे है। प्रदेश में कुल पांच एयरपोर्ट हैं, जिनमें इंदौर के साथ ही भोपाल, ग्वालियर, जबलपुर और खजुराहो शामिल हैं। इन सभी एयरपोर्ट पर पिछले वित्तीय वर्ष में 28 लाख से ज्यादा यात्रियों ने सफर किया। इनमें से 58 प्रतिशत अकेले इंदौर एयरपोर्ट से थे। वहीं बाकी चार एयरपोर्ट को मिलाकर भी सिर्फ 42 प्रतिशत यात्री ही मिल पाए। ऐसी ही स्थिति उड़ानों के साथ रही।
यह खुलासा हाल ही में एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया द्वारा जारी वित्तीय वर्ष की रिपोर्ट में हुआ है। रिपोर्ट में 1 अप्रैल 2021 से 31 मार्च 2022 तक की अवधि में प्रदेश के पांचों एयरपोर्ट पर आने-जाने वाले यात्री, उड़ानों और कार्गो की गणना की गई है। इसमें सामने आया है कि इस अवधि में प्रदेश से कुल 28,32,836 यात्रियों ने सफर किया। इनमें से अकेले इंदौर से सफर करने वाले यात्रियों की संख्या 16,29,668 थी, वहीं शेष चार एयरपोर्ट से सिर्फ 12,03,168 यात्रियों ने सफर किया। इसे प्रतिशत में देखें तो प्रदेश के यात्रियों में से इंदौर से कुल 58 प्रतिशत ने सफर किया। वहीं भोपाल से 26, जबलपुर से 10, ग्वालियर से 6 और खजुराहो से 0.06 प्रतिशत यात्रियों ने सफर किया। प्रदेश के चार एयरपोर्ट मिलाकर भी इंदौर के बराबर नहीं पहुंच पाए हैं।
पहले के वित्तीय वर्ष में भी यही हाल
रिपोर्ट में पिछले वित्तीय वर्ष (2021-22) के साथ ही इससे पहले के वित्तीय वर्ष (2020-21) के आंकड़ों को भी शामिल किया है। इसे देखें तब भी स्थिति ऐसी ही थी। इस समय ही पहला लॉकडाउन भी लगा था, जिससे यात्रियों की संख्या में अचानक गिरावट आई थी। तब प्रदेश के पांचों एयरपोर्ट से कुल 15,54,977 यात्रियों ने सफर किया था। इनमें से अकेले इंदौर से सफर करने वाले यात्रियों की संख्या 8,96,304 थी, जो कुल यात्रियों का 58 प्रतिशत ही था। वहीं बात उड़ानों की करें, तब भी इस अवधि में प्रदेश से कुल 19,511 उड़ानों का संचालन हुआ था। इनमें से 9,966 उड़ानें अकेले इंदौर से चली थीं, जो कुल उड़ानों का 51 प्रतिशत था।
कार्गो सेवा सिर्फ इंदौर-भोपाल में, इनमें भी इंदौर आगे
यात्रियों और उड़ानों के साथ ही इंदौर विमानों से माल परिवहन (एयर कार्गो) के मामले में भी सबसे आगे है। यह सेवा प्रदेश में सिर्फ इंदौर और भोपाल से ही संचालित होती है। पिछले वित्तीय वर्ष में इन दोनों एयरपोर्ट से कुल 10,910 मीट्रिक टन कार्गो का परिवहन किया गया। इसमें से अकेले इंदौर से 8,797 मीट्रिक टन कार्गो का परिवहन हुआ, जबकि भोपाल से सिर्फ 2,113 मीट्रिक टन कार्गो का परिवहन हुआ। प्रतिशत में देखें तो प्रदेश के कुल एयर कार्गो का 81 प्रतिशत परिवहन इंदौर से और शेष 19 प्रतिशत भोपाल से हुआ है।
कमर्शियल डेवलपमेंट के कारण इंदौर आगे
एविएशन एक्सपर्ट नागेश नामजोशी ने बताया कि कोई भी एयरलाइंस किसी भी शहर से उड़ानों का संचालन तब ही करती है, जब उसे अच्छी यात्री संख्या मिलती है। इंदौर से हवाई यात्रियों की संख्या शुरुआत से अच्छी रही है और लगातार बढ़ रही है, जिससे एयरलाइंस यहां आकर्षित होती हैं। इसका एक बड़ा कारण यहां का कमर्शियल डेवलपमेंट भी है। इंदौर में भोपाल और ग्वालियर जितनी अच्छी रेल कनेक्टिविटी न होना भी इसका एक प्रमुख कारण है, जिससे लोग हवाई सफर पसंद करते हैं। वहीं देश में खर्च करने वालों की क्षमता के मान से इंदौर देश में टॉप 10 शहरों में है। यहां के लोगों की आय अच्छी होने के साथ ही लोग शौकीन और खर्चीले हैं, जिससे एविएशन के साथ ही हर इंडस्ट्री यहां तेजी से बढ़ रही है।
इंदौर की संभावनाएं और भी ज्यादा
ट्रेवल एक्सपर्ट और ट्रेवल एजेंट एसोसिएशन ऑफ इंडिया के प्रदेश अध्यक्ष हेमेंद्रसिंह जादौन ने बताया कि इंदौर एविएशन इंडस्ट्री सबसे तेजी से बढऩे वाली इंडस्ट्री है और इसकी संभावनाएं इससे कहीं ज्यादा हैं। इंदौर में कोरोना काल के समय यात्रियों की संख्या में कमी आई है। इससे पहले इंदौर में यात्री संख्या 30 लाख का आंकड़ा भी पार कर चुकी है। यहां सुविधाएं और एयर कनेक्टिविटी को और बढ़ाया जाए तो यह संख्या और भी बढ़ सकती है।
इसलिए इंदौर है निवेशकों का चहेता…
रिपोर्ट में यात्रियों के साथ ही उड़ानों के आंकड़ों को भी शामिल किया गया है। इसमें भी इंदौर सबसे आगे है। बीते वित्तीय वर्ष में प्रदेश से कुल 35,496 उड़ानों का संचालन हुआ। इनमें से इंदौर से 16,498 उड़ानें संचालित हुईं, जो प्रदेश की कुल उड़ानों का 46 प्रतिशत है। शेष चार एयरपोर्ट से मिलाकर 54 प्रतिशत उड़ानें संचालित हुईं। यानी एयरलाइंस के लिए भी सबसे पसंदीदा शहर इंदौर ही रहा, जहां से अच्छी यात्री संख्या मिलने के कारण एयरलाइंस ने सबसे ज्यादा उड़ानें संचालित की।
इसलिए इंदौर है निवेशकों का चहेता…
रिपोर्ट में यात्रियों के साथ ही उड़ानों के आंकड़ों को भी शामिल किया गया है। इसमें भी इंदौर सबसे आगे है। बीते वित्तीय वर्ष में प्रदेश से कुल 35,496 उड़ानों का संचालन हुआ। इनमें से इंदौर से 16,498 उड़ानें संचालित हुईं, जो प्रदेश की कुल उड़ानों का 46 प्रतिशत है। शेष चार एयरपोर्ट से मिलाकर 54 प्रतिशत उड़ानें संचालित हुईं। यानी एयरलाइंस के लिए भी सबसे पसंदीदा शहर इंदौर ही रहा, जहां से अच्छी यात्री संख्या मिलने के कारण एयरलाइंस ने सबसे ज्यादा उड़ानें संचालित की।
एक नजर पिछले दो वित्तीय वर्षों में प्रदेश के हवाई सफर पर एयरपोर्ट यात्री उड़ानें कार्गो
वर्ष 20-21 21-22 20-21 21-22 20-21 21-22
इंदौर 8,96,304 16,29,668 9,966 16,498 8,054 8,797
भोपाल 4,62,932 7,33,236 5,672 9,699 1,454 2,113
जबलपुर 1,26,647 2,94,356 2,384 5,159 0 0
ग्वालियर 68,756 1,73,900 1,431 4,004 0 0
खजुराहो 338 1,676 58 136 0 0
कुल 15,54,977 28,32,836 19,511 35,496 9,508 10,910
(जानकारी एयरपोर्ट अथॉरिटी के अनुसार, कार्गो के आंकड़े मीट्रिक टन में)
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