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    पेडगेस्ट योजना में इंदौर की कोई रुचि नहीं

  • February 27, 2023

    • कोई नहीं देना चाहता अतिथियों को अपना घर किराए पर
    • पर्यटन बोर्ड की योजना होम स्टे के लिए…पूरे शहर में केवल 20 लोग मिले…

    इंदौर, नासेरा मंसूरी। मप्र पर्यटन बोर्ड की योजना (MP Tourism Board Scheme) होम स्टे को लेकर इंदौर के लोग रुचि नहीं दिखा रहे हैं कि लाखों घरों वाले शहर इंदौर (Indore) में बोर्ड के पास करीब 20 होम स्टे ही पंजीकृत हैं, जबकि इंदौर में जनवरी में प्रवासी भारतीय सम्मेलन (Pravasi Bhartiya Sammelan) के दौरान इंदौर में पर्यटन बोर्ड ने विशेष अभियान चलाकर होम स्टे (home stay) के लिए आवेदन बुलवाए थे।

    पर्यटन विभाग स्थानीय लोगों अतिरिक्त आय और आने वाले पर्यटकों को किफायती दाम में रहने, स्थानीय संस्कृति और स्थानीय खानपान उपलब्ध करवाने के हिसाब से इस योजना को चला रहा है। प्रदेश के कई शहरों में होम स्टे और गांवों में ग्राम स्टे के अलावा दो अन्य कैटेगरी फॉर्म स्टे, बेड एंड ब्रेकफास्ट योजना नाम से पंजीयन किए जाते हैं। पूरे प्रदेश में विभाग के पास चारों कैटेगरी में करीब 175 पंजीयन हुए हैं, जो विभाग की वेबसाइट पर मौजूद है।

    विशेष अभियान के दौरान भी नहीं दिखाई रुचि
    इंदौर में प्रवासी भारतीय सम्मेलन के पहले होम स्टे पंजीयन के लिए चले विशेष अभियान में भी लोगों ने कोई खास रुचि नहीं दिखाई। विभाग को 5 दिन में 30 के करीब आवेदन मिले थे, जिसमें से केवल 6 ही होम स्टे इंस्पेक्शन की प्रक्रिया में हैं। शहर में मौजूदा होम स्टे की बात करें, तो फिलहाल विभिन्न क्षेत्र में 20 होम स्टे मौजूद है, जिसकी पूरी जानकारी विभाग की होम स्टे वेबसाइट पर मौजूद है। नियम और शर्तें पूरी होने पर तीन साल के लिए विभाग इसका पंजीयन करता है।


    पूरी प्रक्रिया हुई ऑनलाइन, नए फीचर भी जोड़ेंगे
    विभाग ने लोगों को इससे जोडऩे और प्रक्रिया को आसान करने के लिए आवेदन प्रक्रिया को ऑनलाइन कर दिया है। योजना में शामिल होने के लिए लोग अब एमपी होम स्टे वेबसाइट से ही आवेदन कर सकते हैं। तमाम इंस्पेक्शन के बाद विभाग सर्टिफिकेट भी ऑनलाइन ही देगा, जिससे कि आवेदन करने वाले लोगों को रीजनल ऑफिस के चक्कर नहीं काटना होंगे। विभाग इसके लिए दो वेबसाइट चला रहा है, जिसमें से एक मार्च अंत तक बनकर तैयार होगी। दोनों वेबसाइट में आने वाले समय में पर्यटकों की सुविधा के लिए व्हाट्सएप बोट की सुविधा भी होगी। उल्लेखनीय है कि मध्यप्रदेश शासन में 2010 में ‘मध्यप्रदेश राज्य बेड एवं ब्रेकफास्ट योजना’ नाम से शुरू हुई इस योजना को नए सिरे से संशोधन के बाद टूरिज्म बोर्ड ‘होम स्टे’ नाम से लेकर आया है, जो पूरे प्रदेश में लागू की गई है।

    वेबसाइट और ब्रोशर बनाने के लिए आर्थिक मदद
    विभाग की योजना में शामिल होम स्टे के लिए विभाग किसी तरह की बिजनेस गारंटी तो नहीं देता, लेकिन वेबसाइट डेवलपमेंट, ब्रोशर के लिए आर्थिक सहायता के साथ ट्रेनिंग भी देता है। आवेदन मिलने पर पर्यटन बोर्ड 34 बिंदुओं पर जांच के बाद रजिस्ट्रेशन करता है। इसके बाद प्रचार-प्रसार की जिम्मेदारी पर्यटन विभाग के पास ही होती है। कम से कम दो कमरे और अधिक से अधिक 6 कमरों को होम स्टे योजना में अनुमति दी जाती है। होम स्टे के रजिस्ट्रेशन सिल्वर, गोल्ड और डायमंड कैटेगरी में किए जाते है। योजना में शामिल होने वाले लोगों को केवल रजिस्ट्रेशन शुल्क चुकाना होता है, जो कैटेगरी और योजना के मुताबिक अलग-अलग है। वेबसाइट और ब्रोशर के लिए 10 हजार तक की आर्थिक सहायता विभाग देता है। इसके अलावा राष्ट्रीय, अंतरराष्ट्रीय ट्रेवल मार्ट में सहभागिता व्यय का 50 फीसद या 50 हजार तक की सहायता भी इसमें शामिल है।

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