250 फीट चौड़ी रोड के साथ ग्रीन बेल्ट की जमीनों पर गोल्फ सिटी प्रोजेक्ट भी
नैनोद, रिजलाय, बुढ़ानिया, बड़ा बांगड़दा, पालाखेड़ी, लिम्बोदागारी,जाख्या, बारोली सहित एक दर्जन गांवों की जमीनें होंगी शामिल, 15 किलोमीटर लम्बा बनेगा अहिल्या पथ, आज दोपहर बोर्ड बैठक में महत्वपूर्ण फैसले
इंदौर। लम्बे समय बाद इंदौर विकास प्राधिकरण (Indore Development Authority) आज अपनी बोर्ड बैठक में आधा दर्जन नई नगर विकास योजनाएं यानी टीपीएस (TPS) लागू करने जा रहा है। 4 हजार एकड़ से अधिक जमीनों पर ये आधा दर्जन (Half a dozen) योजनाएं लाई जाएंगी, जो कि वर्तमान मास्टर प्लान 2021 (master plan 2021) के निवेश क्षेत्र में ही शामिल है। इनमें एक दर्जन से अधिक गांवों की जमीनें शामिल रहेंगी, जिनमें नैनोद, रिजलाय, बुड़ानिया, बड़ा बांगड़दा, पालाखेड़ी, लिम्बोदागारी, जाख्या, बारोली से लेकर भांग्या, शकरखेड़ी, कैलोदहाला की जमीनें शामिल है। 15 किलोमीटर लम्बा और 250 फीट चौड़ा अहिल्या पथ इन योजनाओं के अंतर्गत निर्मित किया जाएगा और इसके साथ ही ग्रीन बेल्ट (Green Belt) की जमीनों पर गोल्फ कोर्स सिटी का प्रोजेक्ट भी लाएंगे। आज 4 बजे प्राधिकरण बोर्ड की बैठक में कुछ अन्य विषयों पर भी महत्वपूर्ण फैसले लिए जाएंगे।
प्राधिकरण द्वारा पूर्व में जो योजनाएं लाई जाती थी उनमें नकद मुआवजेया उसके विकल्प के रूप में विकसित भूखंडों को देने का प्रावधान था, जिसके चलते सुपर कॉरिडोर सहित अन्य योजनाओं में प्राधिकरण ने 20 से लेकर 30 फीसदी तक विकसित भूखंड दिए हैं। मगर उसके बाद लैंड पुलिंग एक्ट शासन ने लागू कर दिया, जिसके चलते प्राधिकरण ने टीपीएस योजनाएं घोषित की, जिसमें से अधिकांश पुरानी योजनाओं को नए सिरे से अमल में लाया गया। लैंड पुलिंग एक्ट के तहत आने वाली टीपीएस योजनाओं में जमीन मालिकों को 50 फीसदी उनकी जमीन वापस लौटा दी जाती है और सडक़, ड्रैनेज सहित अन्य इन्फ्रास्ट्रक्चर प्राधिकरण द्वारा तैयार किया जाता है। आज 4 बजे संभागायुक्त व प्राधिकरण अध्यक्ष दीपक सिंह की अध्यक्षता में होने वाली बोर्ड बैठक में इन आधा दर्जन नई योजनाओं के प्रस्ताव पर चर्चा कर निर्णय लिए जाएंगे। कलेक्टर आशीष सिंह, निगमायुक्त शिवम वर्मा, प्राधिकरण सीईओ आरपी अहिरवार सहित बोर्ड में शामिल अन्य अधिकारी मौजूद रहेंगे। दरअसल, प्राधिकरण का मकसद है कि इंदौर-पीथमपुर इंडस्ट्रीयल कॉरिडोर का जो निर्माण एमपीआईडीसी द्वारा किया जा रहा है उससे लिंक करते हुए शहर के पश्चिमी क्षेत्र का भी विकास हो सके, उसके लिए अरबिन्दो से सुपर कॉरिडोर होते हुए 15 किलोमीटर लम्बा अहिल्या पथ निर्मित किया जाएगा, जिसमें 75 मीटर चौड़ी यानी 250 फीट रोड बनेगी। इंदौर का सुपर कॉरिडोर भी 75 मीटर चौड़ा है। मगर अहिल्या पथ उससे भी अधिक चौड़ा नजर आएगा, जिसमें दोनों तरफ ग्रीन बेल्ट के अलावा साइकिल ट्रैक सहित अन्य सुविधाएं रहेंगी। इस अहिल्या पथ के दोनों तरफ 500-500 मीटर की चौड़ाई में प्राधिकरण अपनी टीपीएस योजनाएं लाएगा। प्राधिकरण का मानना है कि इस रोड के बनने से जहां धार-देपालपुर से आने वाले भारी और माल वाहनों का इंदौर शहर में बिना प्रवेश हुए उज्जैन और पीथमपुर की तरफ सीधा आवागमन होगा, वहीं रेवती से ग्राम रिजलाय तक 15 किलोमीटर लम्बे मार्ग पर नगर विकास योजनाओं से आवासीय-व्यवसायिक व अन्य गतिविधियां शुरू होंगी। अहिल्या पथ क्र. 1 से लेकर क्र. 5 तक टीपीएस के प्रारम्भिक प्रस्ताव तैयार किए गए हैं। मास्टर प्लान में इन जमीनों का उपयोग आवासीय एवं मार्ग ही है। वहीं पालाखेड़ी की टीपीएस योजना में फिंटैक सिटी को भी मूर्त रूप दिया जाएगा। वहीं जिन जमीनों का उपयोग कृषि, ग्रीन बेल्ट है वहां पर गोल्फ कोर्स सिटी विकसित होगी। मुख्यत: लिम्बोदागारी की जमीनें ग्रीन बेल्ट की ही है, जहां पर 18 होल का गोल्फ कोर्स प्रस्तावित किया गया है। बोर्ड निर्णय के बाद नगर तथा ग्राम निवेश की धारा 50 (1) के प्रावधान व प्रारुप के मुताबिक शासन को अनुमोदन के लिए इसे भेजना होगा और वहां से मंजूरी के बाद ही ये आधा दर्जन नई टीपीएस योजनाएं अमल में लाई जा सकेंगी।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved