इंदौर। वाणिज्यिक कर विभाग (commercial tax department) की टीम ने दो बॉयो डीजल फर्मों (Bio Diesel Firms) पर छापामार कार्रवाई की। जांच-पड़ताल के बाद इन फर्मों से सैकड़ों कच्चे बिल सहित अन्य दस्तावेज जब्त किए गए हैं।
कमिश्नर लोकेश जाटव (Commissioner Lokesh Jatav) के आदेश पर डिप्टी कमिश्नर आरके सलूजा (Commissioner RK Saluja) के नेतृत्व में एंटीइविजन विंग बी (Antivision Wing B) के अधिकारियों ने पलासिया (Palasia) स्थित फ्यूचर जनरेशन प्राइवेट लिमिटेड (Future Generation Pvt Ltd) व इसी फर्म की इंडियन बॉयो फ्यूल कंपनी (Indian Bio Fuel Company) पर छापामार कार्रवाई की। मौके से कम्प्यूटर, लैपटॉप (Computer, Laptop) और कच्चे बिल सहित अन्य दस्तावेज जब्त किए गए। प्रारंभिक जांच में ही करोड़ों रुपए की टैक्स चोरी के प्रमाण मिले हैं। जांच में पता चला है कि दोनों फर्मों द्वारा कच्चे बिलों के जरिए बॉयो डीजल बेचा गया है। बड़ी कंपनियों, छोटे-छोटे डीलरों को भी कच्चे बिल के जरिए माल बेचा गया है। इंदौर (Indore) के अलावा आसपास के जिलों में भी माल सप्लाई कर विभाग को चूना लगाया गया है। छानबीन के बाद विभाग द्वारा 1 करोड़ 68 लाख रुपए सरेंडर करवाए गए हैं। इसके पूर्व इंदौर (Indore) की टीम ने नीमच स्थित बॉयो डीजल एवं एक ऑइल लुब्रिकेंट्स फर्म (Oil Lubricants Firm) पर दबिश दी थी। जांच के बाद दोनों फर्मों से 2 करोड़ 5 लाख रुपए सरेंडर करवाए गए थे।
बारीकी से जांच जारी…बढ़ सकती है टैक्स चोरी
इन कंपनियों से जब्त दस्तावेजों की प्रथम दृष्टया जांच में भारी गड़बड़ी मिली है। दस्तावेजों की बारीकी से छानबीन की जा रही है, जिसमें टैक्स चोरी की राशि और बढऩे की प्रबल संभावना है। विभाग द्वारा यह भी पता लगाया जा रहा है कि किन-किन डीलरों व अन्य व्यवसायियों को कच्चे बिलों के जरिए माल बेचा गया है।
पूर्व में आधा दर्जन बॉयो डीजल कंपनियां सरेंडर कर चुकी है 35 करोड़
पूर्व में भी विभाग ने इंदौर, पीथमपुर और रतलाम की आधा दर्जन बॉयो डीजल कंपनियों पर छापामार कार्रवाई कर भारी फर्जीवाड़ा उजागर किया था। जिन कंपनियों पर छापा मारा गया था, उनमें शहर के पालदा इंडस्ट्रियल एरिया, पीथमपुर तथा इन्हीं तीन कंपनियों की रतलाम स्थित तीन कंपनी पर जांच-पड़ताल के 35 करोड़ रुपए सरेंडर करवाए गए थे।
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