इन्दौर। इंदौर के देवी अहिल्याबाई होलकर विमानतल पर आज सिविल एविएशन मिनिस्टर किंजरापु राममोहन नायडू ने नए एयर ट्रैफिक कंट्रोल (एटीसी) टावर, फायर स्टेशन और गार्बेज प्लांट का उद्घाटन किया। इसके साथ ही प्रदेश का सबसे बड़ा एयरपोर्ट सुविधाओं के मामले में और भी आगे बढ़ गया। नए एटीसी टावर के शुरू होने के साथ ही अब विमानों को उतरने और उडऩे में पहले की अपेक्षा और भी बेहतर मार्गदर्शन मिल सकेगा।
एयरपोर्ट पर करीब 55 करोड़ की लागत से नया एटीसी टावर और टेक्निकल ब्लॉक का निर्माण किया गया है। यह टावर 40 मीटर यानी करीब 120 फीट ऊंचा है। इसमें सात मंजिले हैं। इसमें अत्याधुनिक मशीनों को भी लगाया गया है जो विमान यातायात और सुगम बनाने में मदद करेंगी। पहली बार इंदौर पहुंचे मंत्री नाडयू ने सांसद शंकर लालवानी, नगरीय विकास एवं आवास मंत्री कैलाश विजयवर्गीय और सांसद शंकर लालवानी के साथ टावर सहित टेक्निकल ब्लॉक का उद्घाटन किया। इस दौरान एयरपोर्ट अथोरिटी के एम. सुरेश और एयरपोर्ट डायरेक्टर विपिनकांत सेठ भी उपस्थित थे।
नए टर्मिनल का रास्ता होगा आसान
एयरपोर्ट पर नए एटीसी टावर के शुरू होने के साथ ही नए टर्मिनल के बनने का रास्ता भी आसान हो गया है। अधिकारियों ने बताया कि योजना है कि पुराने टावर को तोड़ा जाएगा, वहीं इसके सामने ही मौजूदा टर्मिनल के पास नया टर्मिनल बनाया जाएगा। एयरपोर्ट के विकास और विस्तार के लिए यह बड़ा कदम होगा। हालांकि इसके लिए मौजूदा टर्मिनल के सामने की जमीन मिलना भी जरूरी होगा।
देश का पहला जीरो वेस्ट एयरपोर्ट
मंत्री नायडू ने एटीसी टावर और टेक्नीकल ब्लॉक के साथ ही एयरपोर्ट पर बने नए ठोस अपशिष्ट प्रबंधन प्लांट का भी उद्घाटन किया। सांसद लालवानी ने बताया कि इस प्लांट के शुरू होने से अब एयरपोर्ट से निकलने वाले कचरे का निपटान यहीं हो जाएगा और यहां से कचरा बाहर भेजने की जरुरत नहीं होगी। इस कचरे से खाद बनाने और सेग्रिगेशन के साथ रिसाइकल करने की प्रक्रिया भी होगी। इसके साथ ही इंदौर एयरपोर्ट देश का पहला जीरो वेस्ट एयरपोर्ट भी बन गया है।
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