इंदौर। पहलगाम (Pahalgam) में हुए आतंकवादी हमले (attack) में इंदौर के MR 10 स्थित अभिनंदन नगर के नथानियेल परिवार (Nathaniel Family) ने अपने घर के वरिष्ठ सदस्य सुशील नाथेनियल (Sushil Nathaniel) को खो दिया है। उनके भाई विकास कुमावत बताते हैं कि आतंकवादियों ने पहले सुशील को घुटनों पर बिठाया उसके बाद उन्हें कलमा पढ़ने के लिए मजबूर कर जब उन्होंने अपना धर्म क्रिश्चियन बताया तब आतंकवादियों ने उन्हें गोलियों से भून दिया। जानकारी के मुताबिक सुशील की बेटी पर भी गोली चलाई गई जो उनके पांव में जाकर लगी है। घटना से पहले सुशील ने अपनी बीवी को वहां से छुपा दिया और खुद आतंकवादियों के सामने जहां खड़े हुए। सुशील LIC अलीराजपुर शाखा में काम करते है।
जब उन्होंने अपना धर्म क्रिश्चियन बताया तो आतंकवादियों ने गोलियों से भून दिया। उनकी बेटी पर भी गोली चलाई गई जो पैर में लगी। घटना से पहले उन्होंने पत्नी को छिपा दिया था। वे एलआईसी की आलीराजपुर शाखा में पदस्थ थे।
इंदौर की दो महिलाएं घायल
पहलगाम में हुए आतंकी हमले में शहर की दो महिलाएं बाल-बाल बचीं। एक महिला तो भगदड़ में घायल भी हो गई। दूसरी महिला गोलियों की आवाज और पर्यटकों के शव देखने के बाद अवसाद में चली गईं। उनका उपचार चल रहा है। सेना ने इंदौर पुलिस को सूची साझा करते हुए कहा कि महिलाओं का नाम जेनिफर और आकांक्षा है। उनके सामने ही आतंकवादियों ने गोलियां चलाईं।
पास से निकल गई गोलियां
अंधाधुंध फायरिंग के बाद महिलाएं भागी थीं। एक महिला भागने के दौरान गिरकर घायल हो गई। एक महिला के पास से गोलियां निकल गईं। वह सदमे में है। एडिशनल पुलिस कमिश्नर (कानून) अमित सिंह ने इसकी पुष्टि की है। हमारे महू प्रतिनिधि के अनुसार किशनगंज क्षेत्र के निवासी सुमित शर्मा भी जम्मू-कश्मीर घूमने गए थे। घटना के आधा घंटे पहले ही वे घाटी से नीचे आ गए थे।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने की निंदा
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में पर्यटकों पर हुए आतंकी हमले की निंदा की है। उन्होंने दिवंगत नागरिकों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि पहलगाम में हुआ आतंकी हमला कायराना और अमानवीय कृत्य है। इसमें कई निर्दोष लोगों की जान चली गई है।
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