714 इंजेक्शन ही निजी अस्पतालों को कल शाम दिए… पर्ची लिए दिनभर भटकते हैं परिजन
इंदौर। एक तरफ शासन-प्रशासन लगातार दावे कर रहा है कि रेमडेसिविर इंजेक्शनों (Remedisvir Injections) की सप्लाय एक-दो दिन में सुधर जाएगी और हजारों की संख्या में इंजेक्शन आ रहे हैं। दूसरी तरफ अभी भी एक-एक इंजेक्शन के लिए मरीजों के परिजन शहरभर में भटक रहे हैं और कालाबाजारी के शिकार अलग बन रहे हैं। कल सुबह हवाई जहाज से 14976 इंजेक्शन (Injection) पहुंचे, जो सभी जिलों को भिजवाए गए, जिसमें से इंदौर को भी 2688 इंजेक्शन (Injection) सरकारी अस्पतालों के लिए मिले, जबकि मात्र 714 इंजेक्शन निजी अस्पतालों को दिए गए, जबकि जरूरत इससे 4 गुना से अधिक है। यही कारण है कि अस्पतालों में भर्ती मरीजों के परिजनों को बाहर से इंजेक्शनों की जुगाड़ करना पड़ रही है।
अभी अधिकांश कोरोना मरीजों को रेमडेसिविर इंजेक्शन (Remedisvir Injection) लगाने की सलाह धड़ल्ले से दी जा रही है, जिसके चलते इन इंजेक्शनों की मारामारी लगातार जारी है। एक तरफ शासन दावे करता है कि इंजेक्शनों की आपूर्ति सुधार दी है और रोजाना हजारों की संख्या में इंजेक्शन भेजे जा रहे हैं। जबकि हकीकत यह है कि इंदौर सहित प्रदेशभर में जिस तादाद में मरीज हैं और रोजाना नए मरीज भी जुड़ रहे हैं उसके मुकाबले अभी भी 10 फीसदी आपूर्ति नहीं है। कल भी सुबह विशेष विमान से 312 बॉक्स में भरे 15976 इंजेक्शन इंदौर एयरपोर्ट पहुंचे, जहां से उन्हें सभी जिलों में बंटवाया गया और इंदौर के सरकारी अस्पतालों के लिए 2688 इंजेक्शन मिले, जो भर्ती मरीजों को नि:शुल्क लगाए जा रहे हैं। दूसरी तरफ छोटे-बड़े निजी अस्पतालों में मरीजों को कायदे से तो निजी अस्पतालों से इंजेक्शन मिलना चाहिए। मगर चूंकि अस्पतालों को भी कम संख्या में इंजेक्शन मिल रहे हैं। लिहाजा अधिकांश मरीजों को बाहर से ही मंगवाकर लगवाना पड़ रहे हैं। कल भी शाम 7 से 14 इंजेक्शन निजी अस्पतालों को मिले, जिनका प्रशासन ने देर रात चार्ट भी जारी किया। अस्पतालों के संचालक-चिकित्सकों का कहना है कि मान लिजिए 100 मरीजों को इंजेक्शन (Injection) लगाना है और मिल रहे हैं सिर्फ 10, तो बाकी के 90 मरीजों के परिजन बाहर से ही जुगाड़ कर रहे हैं। सुबह से रात तक मरीजों के परिजन एक-एक इंजेक्शन के लिए यहां से वहां भागते हैं और इनमें से कई कालाबाजारी के शिकार भी हो रहे हैं और 10 से लेकर 20-25 हजार रुपए तक में एक-एक इंजेक्शन बेचा जा रहा है। शासन का कहना है कि अभी तक 1 लाख 33900 इंजेक्शनों की आपूर्ति प्रदेशभर में की गई है और अब लगातार इंजेक्शनों की आपूर्ति और बढ़ जाएगी। मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान (Chief Minister Shivraj Singh Chauhan) ने कल कर्नाटक (karnataka) में बात की और वहां से बैंगलुरु से हवाई जहाज के जरिए ये 14976 इंजेक्शन बुलवाए, जिन्हें कोरोना प्रभावित जिलों में हेलीकॉप्टरों के जरिए भिजवाया गया। सात संभागों के मेडिकल कॉलेज और स्वास्थ्य विभाग (health department) की आवश्यकता के मुताबिक इन इंजेक्शनों (Injections) को वितरित करवाया गया। 312 बॉक्स में से 57 बॉक्स भोपाल, 27 बॉक्स सागर, 50 बॉक्स ग्वालियर-जबलपुर, 32 बॉक्स रीवा और 41 उज्जैन पहुंचाए गए। वहीं 5 बॉक्स खंडवा मेडिकल कालेज को भी दिए गए और 34 बॉक्स स्वास्थ्य विभाग इंदौर को दिए।
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