इंदौर। नेशनल कंपनी (national company) में 40 लाख से अधिक की धांधली में मास्टर माइंड इंदौर के दंपति निकले। ये सभी फरार हैं। लसूडिय़ा पुलिस (Lasudiya Police) ने बताया कि जेड ब्लैक अगरबत्ती के निर्माता मैसूर दीप परफ्यूमरी हाउस (एमडीपीएच) के चार डिपो में लाखों के माल की धांधली सामने आई है। राष्ट्रीय डिपो के मैनेजर इंदौर आर्बन की शिकायत पर कार्रवाई की गई है। कंपनी अंबाला, जीरकपुर, चेन्नई व मदुरै के गोदामों से डिस्ट्रीब्यूटर्स को अगरबत्ती सप्लाई करती है। अंबाला गोदाम के प्रभारी विनोदकुमार, असिस्टेंट अकाउंटेंट शनिदेव हैं। मनीष कुमार जीरकपुर, विजय चौहान व असिस्टेंट अकाउंटेंट सुनील कुमार चेन्नई व मदुरै का काम देखते हैं।
डिस्ट्रीब्यूटर (distributor) बेचे गए माल का पेमेंट कंपनी के खाते में करते हैं। गोदाम इंचार्ज का काम स्टॉक लेना और भेजना होता है। असिस्टेंट अकाउंटेंट स्टॉक का रखरखाव करता है। कंपनी ने 2019 से अभी तक के स्टॉक की जांच की तो धांधली का पता चला और विनोद, शनिदेव, विजय, मनीष, तेजकुंवर चौहान और सुशील कुमार के कारनामे सामने आए। इन सबने मिलकर स्टॉक गोदाम में सप्लाई किए जाने के दौरान इसकी मात्रा कम, पर कीमत पूरी दिखाई। ये लोग स्टॉक माल को बाहर फर्जी तरीके से कागजात बनाकर बेच देते थे। इंदौर स्थित हेड ऑफिस में लेखा विभाग में कार्यरत विजयसिंह चौहान की धांधली में अहम भूमिका है। उसने पत्नी तेजकुंवर के साथ मिलकर कंपनी के रिकॉर्ड में हेराफेरी की। विजय पर पहले भी धोखाधड़ी के आरोप लगे। उसने 2019 में नौकरी छोड़ दी थी। जांच में सामने आया कि आरोपियों ने अंबाला के गोदाम से 20 लाख से अधिक, जीरकपुर के गोदाम से 13 लाख से अधिक, चेन्नई के गोदाम से 43 लाख से अधिक और मदुरै के गोदाम से 19 लाख से अधिक की हेराफेरी की। हेराफेरी की 70 प्रतिशत रकम विजय और उसकी पत्नी के खाते में गई।
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