इंदौर। कोरोना (Corona) की तीसरी लहर (Third Wave) की संभावनाएं अब लगभग खत्म है। इंदौर (Indore) सहित देशभर में ही मरीजों की संख्या लगातार घट रही है। इंदौर (Indore) तो कोविड (Covid) मुक्ति की ओर बढ़ रहा है। तीन दिनों तक लगातार शून्य मरीज मिलने के बाद कल रात जारी मेडिकल (Medical) बुलेटिन में अवश्य तीन मरीज मिले हैं। नमूनों की संख्या हालांकि अभी घट गई है। कल भी 6659 सैम्पलों की जांच में 6655 निगेटिव (negative) मिले, मगर 12 लाख से अधिक लोग ऐसे हैं, जिन्हें दूसरा वैक्सीन का डोज लगवाना है। इसके लिए अब फिर से जागरूकता अभियान चलाया जाएगा।
जून से अनलॉक की प्रक्रिया शुरू होने के बाद अगले दो महीने तक तीसरी लहर का खतरा विशेषज्ञों (experts) द्वारा बताया जाता रहा था। मगर 4 माह बाद भी कोविड मरीजों की संख्या में कोई इजाफा नहीं होने से बड़ी राहत मिली है। हालांकि डेंगू, मलेरिया का प्रकोप कायम है। इंदौर को वैक्सीनेशन का भी अच्छा फायदा मिला है। शत-प्रतिशत 18 साल से अधिक की आबादी को पहला डोज तो लगा ही दिया है। अब दूसरा डोज भी नवम्बर-दिसम्बर अंत तक लगाने का लक्ष्य रखा गया है। हालांकि अभी त्योहारों के मद्देनजर भी दूसरा डोज लगवाने में लोग कम रुचि दिखा रहे हैं। रोजाना 10 से 12 हजार वैक्सीन ही लग रही है। ज्यादातर लोगों के दूसरे डोज ड्यू भी हो गए हैं, वहीं मरीजों की संख्या तो लगभग शून्य ही आ रही है। उपचाररत मरीज भी मात्र 9 ही बचे हैं। अभी तक इंदौर में एक लाख 53194 कोविड मरीज मिल चुके हैं। कल रात 3 पॉजिटिव मरीजों की जानकारी मेडिकल बुलेटिन में दी गई। हालांकि उसके पहले लगातार तीन दिन तक एक भी मरीज नहीं मिला। दूसरी तरफ स्वास्थ्य विभाग ने 12 निजी नर्सिंग होम को शोकाज नोटिस जारी किए हैं। सीएमएचओ डॉ. बीएस सैत्या के मुताबिक बायोमेडिकल वेस्ट मैनेजमेंट का पालन न करने के चलते ये नोटिस जारी किए गए हैं। इंदौर जिले में 298 निजी नर्सिंग होम पंजीकृत हैं, वहीं 142 स्वास्थ्य सुविधाओं से जुड़े केन्द्र भी हैं। दो सदस्यीय टीम बायोमेडिकल वेस्ट को लेकर लगातार निरीक्षण भी करती है।
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