इंदौर। मध्य प्रदेश के इंदौर (Indore of Madhya Pradesh) में माफियाओं के खिलाफ छेड़े गए प्रशासन के अभियान (administration campaigns) में अब शहर में अशांति फैलाने वाले गुंडों (goons) को जिलाबदर भी किया जा रहा है। कलेक्टर मनीष सिंह ने एक साथ 10 गुंडों को जिलाबदर कर दिया। ये सभी ग्रामीण क्षेत्रों में रहते हैं। इन गुंडों के खिलाफ लंबे समय से प्रशासन को शिकायतें मिल रही थीं।
कलेक्टर मनीष सिंह (Collector Manish Singh) ने छह माह के लिए जिलाबदर के आदेश जारी किए हैं। जिन आरोपियों को जिलाबदर किया गया है। उनके खिलाफ़ कई थाना क्षेत्रों (police station areas) में गवाहों को डराना-धमकाना, रंगदारी करना, गालियां देना, जान से मारने की धमकी देना, अवैध हथियार रखना, धारदार हथियारों से हमला करना, सट्टा खेलना, अवैध शराब बेचना, शारीरिक व मानसिक रूप से प्रताड़ित करने जैसे अपराध दर्ज हैं।
जिन आरोपियों को जिलाबदर किया गया है, उनमें किशनगंज थाना से बालकृष्ण पिता रामजीलाल, सिमरोल थाना क्षेत्र के अजय पिता सिद्दू उर्फ सिद्धा, चंद्रावतीगंज थाना क्षेत्र से मुकेश पिता हिन्दूसिंह कीर, मानपुर थाना से जादूसिंह पिता फक्कू सिंह उर्फ पप्पू सिंह सुमरा, हातोद थाना क्षेत्र से अरुण उर्फ बबलू पिता कन्हैयालाल, महू थाना क्षेत्र से आकाश उर्फ पप्पी पिता ड्रेक प्रसाद तिवारी, सांवेर थाना क्षेत्र से महेश उर्फ एंडी पिता प्रेमसिंह राजपूत, चंद्रावतीगंज थाना क्षेत्र से राकेश उर्फ दादू पिता जगदीश बोड़ाना, मानपुर थाना क्षेत्र से ओसाब पिता मुंशी खां तथा बेटमा थाना क्षेत्र से महेश पिता भागीरथ खाती शामिल हैं।
उधर प्रशासन ने अवैध शराब, मादक पदार्थ बेचने वाले माफिया के मकान तोड़ने का अभियान भी चला रखा है। अब तक 25 से ज्यादा अवैध निर्माण तोड़े जा चुके हैं। अवैध रूप से मादक पदार्थों के कारोबार करने वाले लोगों की मदद करने वालों के खिलाफ भी प्रशासन ने सख्त रवैया अपना रखा है।
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