इंदौर। नगर निगम और जिला प्रशासन (Municipal Corporation and District Administration) ने कान्ह और सरस्वती (Kanha and Saraswati) किनारे बने मकानों (houses) का सर्वे कर लिया है। इसमें 2600 से ज्यादा ऐसे मकान हैं, जो कान्ह और सरस्वती नदी के किनारे और उसके मुहाने पर बने हुए हैं। इनमें कई पक्के मकान दो से तीन मंजिला हैं। अब निगम द्वारा ऐसे मकानों को लेकर थोकबंद नोटिस (Bulk notice ) जारी किए जा रहे हंै
शासन के निर्देश के बाद नगर निगम और जिला प्रशासन के अफसरों की संयुक्त टीम ने कान्ह और सरस्वती के 35 किलोमीटर के दायरे में सर्वे किया था। इस दौरान एनजीटी के नियमों के मान से नदी के छोर तक बने मकानों का सर्वे किया गया था। इसमें मच्छी बाजार, साउथ तोड़ा, नार्थतोड़ा, जूनी इंदौर, चंद्रभागा, छत्रीबाग, जयरामपुर, गुरुनानक कालोनी, मोती तबेला होमगार्ड लाइन से लेकर कुलकर्णी भट्टा और सांवेर रोड क्षेत्र में कई स्थानों पर बड़े पैमाने पर ऐसे मकानों का पता चला, जो नदी से निर्धारित मापदंडों के अंदर बने हुए हैं। इनमें अधिकांश मकान पक्के और दो-तीन मंजिला हैं। नगर निगम अधिकारियों के मुताबिक अब ऐसे मकानों के लिए निगम से थोकबंद नोटिस जारी किए गए हैं। अब तक करीब 700 से ज्यादा नोटिस विभिन्न क्षेत्रों के रहवासियों को दिए जा चुके हैं और उन्हें अपने बाधक हिस्से हटाने को कहा गया है। सर्वे में 2600 से ज्यादा मकान ऐसे मिले थे, जो नदी की सीमा में हैं और नोटिस के बाद अब उन्हें निर्धारित समयावधि के बाद हटाने की कार्रवाई की जाएगी। प्रशासन और निगम अधिकारियों के साथ-साथ पुलिस बल लेकर कार्रवाई शुरू की जाना है।