मुंबई (Mumbai)। स्वर कोकिला लता मंगेशकर (Lata Mangeshkar Birthday ) भले ही आज हमारे बीच नहीं हैं लेकिन उनकी यादें आज भी ताजा बनी हुई है। अगर वे होती तो 28 सितंबर को अपना 94वां जन्मदिन (Birthday मना रही होतीं, लेकिन, वक्त ने इस वर्ष फरवरी में स्वर कोकिला को हमसे छीन लिया।
बता दें कि 28 सितंबर को उनका 94वां जन्मदिन है। लता मंगेशकर जी ने अब तक 50,000 से अधिक गाने गाए हैं, और इस महासंग्रह से उनके गानों का चयन करना बेहद कठिन है। फिर भी, हमने कोशिश की है कुछ ऐसे सुपरहिट गानों को चुना है जो आज भी हमारे दिलों को सुकून देते हैं। आइए, आज हम उनके 10 सदाबहार गानों को सुनते हैं।
जहां जन्मी थीं स्वर कोकिला लता मंगेशकर, जिन गलियों में बिताया था बचपन… इन गलियों में ढेर सारी यादें छोड़कर वे इस दुनिया से चली गईं। 28 सितंबर साल 1929 ये वो दिन था जब मध्यप्रदेश के इंदौर शहर में लता जी का जन्म हुआ। जन्म के बाद जब उन्होंने संगीत की दुनिया में कदम रखा तो शायद किसी को पता भी नहीं था कि इंदौर की गलियों में जन्मी ये बच्ची संगीत की दुनिया की सरताज बन जाएगी।
पांच भाई-बहनों में लता मंगेशकर सबसे बड़ी थीं। जिस घर में वे पैदा हुई थीं, वह उस समय वाघ साहब के बाड़े के रूप में जाना जाता था। सात साल की उम्र तक वे इंदौर में इसी घर में रहीं। इसके बाद उनका परिवार महाराष्ट्र चला गया।
लता मंगेशकर जब 13 साल की थीं तो उनके पिता का निधन हो गया था। इसके बाद उनके ऊपर परिवार की जिम्मेदारी आ गई थी। 13 साल की उम्र में उन्होंने फिल्म ‘पहिली मंगलागौर’ से डेब्यू किया।
ऐसा बताया जाता है कि लता मंगेशकर की पहली कमाई 25 रुपए थी। करियर शुरू करते वक्त उन्हें किसी ने कह दिया था कि मिर्ची खाने से आवाज सुरीली हो जाती है। इसके बाद लता मंगेशकर रोजाना 10 से 12 मिर्च खाने लगी थीं।
लता जी को 1949 में फिल्म महल के गाने ‘आयेगा आनेवाला’ को गाने का मौका मिला। इस गीत को अभिनेत्री मधुबाला पर फिल्माया गया था। यह फिल्म सफल रही और इसके बाद लता ने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। 1974 में दुनिया में सबसे अधिक गीत गाने का गिनीज बुक रिकॉर्ड भी लता मंगेशकर के नाम है।
उन्हें जानने वाले लोग बताते हैं कि लता दीदी खाने खिलाने की काफी शौकीन रही हैं। उन्हें जलेबी भी खाने में काफी पसंद थी। उन्हें इंदौर के सराफा की खाऊ गली के गुलाब जाबुन, रबड़ी और दही बड़े भी बहुत पसंद थे।
लता जी और उनके परिवार के इंदौर से जाने के बाद इस घर को एक मुस्लिम परिवार ने खरीद लिया था। कुछ समय तक इस मकान में रहने के बाद उस परिवार ने इस मकान को बलवंत सिंह को बेच दिया। बलवंत सिंह भी यहां कुछ दिन रहे और उन्होंने घर मेहता परिवार को बेच दिया। मेहता परिवार 1990 के बाद से इस घर में रह रहा है और यहां अब कपड़े का एक शोरूम चलता है।
ट्रस्टेड नेटवर्थ डॉट कॉम की एक रिपोर्ट के मुताबिक, लता मंगेशकर की कुल संपत्ति करीब 370 करोड़ रुपए है। लता मंगेशकर की ज्यादातर कमाई उनके गानों की रॉयल्टी और उनके निवेश से थी।
लता जी ने देश दुनिया में खूब शोहरत बटोरी, आखिरकार सुर साम्राज्ञी लता मंगेशकर का 6 फरवरी को निधन हो गया। 92 साल की उम्र में यह सुरीली आवाज दुनिया को अलविदा कह गई। लता जी ने मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में अंतिम सांस ली।
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