इन्दौर। पागनीस पागा निवासी 22 वर्षीय युवक आयुष पंजाबी को 18 जुलाई को सीवियर ब्रेन हेमरेज के उपरांत इंदौर के जुपिटर विशेष हॉस्पिटल में उपचार हेतु भर्ती किया गया था। राधा स्वामी सत्संग व्यास के अनुयाई आयुष पंजाबी के पिता राजेश पंजाबी एंव परिजनों को उपचाररत डॉक्टर द्वारा संभावित ब्रेन डेथ की जानकारी मिलने के बाद परिवार ने संत मत एवं परमार्थ भाव से मुस्कान ग्रुप के माध्यम से अंगदान की इच्छा जताई थी। इसलिए स्व प्रेरणा परिवार की स्वीकृति के बाद अंगदान का मिशन शुरू किया। इंदौर ट्रैफिक पुलिस के वरिष्ठ अरविंद तिवारी की अगुवाई में 7:20 पर ग्रीन कॉरिडोर प्रारंभ हुआ जो महज 18 मिनट में 7:38 पर इंदौर एयरपोर्ट पहुंचा।
उच्च रक्तचाप के कारण आयुष स्वयं किडनी यानी गुर्दा रोगी थे एवं तकनीकी कारणो से उनका हाथ एवं हृदय एवं दान नहीं हो पायेंगे। पेनक्रियाज एवं छोटी आंत हेतु पूरे भारत से किसी भी इंस्टीट्यूट की एप्रोच नहीं हुई । इसके अलावा शरीर के जीवित अंग दान के उपरांत बाडी इनवार्म (शव सुरक्षित करने की विधि) नहीं हो पाने के कारण चिकित्सा महाविद्यालय के अध्यापन के लिए दान योग्य नहीं रह पाता अतः देहदान भी स्थगित किया गया। हाथ दान प्राप्ति के लिए ग्लोबल हॉस्पिटल मुंबई की टीम इंदौर पहुंची भी परंतु अंतिम आकलन में तकनीकी अनुकूलता नहीं होने से हाथ दान स्थापित किया गया और टीम बिना हाथ लिए वापस चली गई।
लंग्स के लिए अपोलो हॉस्पिटल चेन्नई की टीम चार्टर प्लेन से दोपहर 3:30 पर इंदौर पहुंची है।और 7:40 बजे ग्रीन कॉरिडोर के द्वारा लंग्स इंदौर से चेन्नई रवाना हुए। इसके अलावा लिवर प्रत्यारोपण जुपिटर विशेष के पंजीकृत रोगी को प्रत्यारोपित की प्रक्रिया प्रारंभ हो गई है। नेत्र शंकर आई बैंक एवं त्वचा चोइथराम स्किन बैंक के टेक्नीशियन द्वारा प्राप्त की गई। आर्गन एलोकेशन में इंदौर सोसायटी फाॅर ऑर्गन डोनेशन के नोडल ऑफिसर डॉ मनीष पुरोहित एवं शुभम वर्मा ने महती भूमिका निभाई। कमिश्नर द्वारा जारी आदेश पत्र के उपरांत सभी संदर्भित संस्थाएं,एयरपोर्ट अथॉरिटी एवं ट्रैफिक पुलिस व्यवस्थाओं के लिए चाकचोबंद रही और सब कार्य निर्विघ्न संपन्न हुए।
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