आईडीए की स्कीम 97 की जमीन पर कब्जों को लेकर कोर्ट से हुए ऑर्डर के बाद सुबह-सुबह कार्रवाई करने पहुंचा अमला
इंदौर। आज सुबह-सुबह राजेंद्र नगर (Rajendra Nagar) रेत मंडी (Sand market) के पास आईडीए (IDA) की जमीन स्कीम 97 में 15 हजार स्क्वेयर फीट जमीन पर हुए कब्जों को हटाने की कार्रवाई बड़े पैमाने पर की गई। वहां अवैध रूप (Invalid form) से 50 से ज्यादा पक्की दुकानें, गुमटियां लगाने के साथ करीब एक दर्जन कच्चे मकान भी बना लिए गए थे, जिन्हें आज सुबह 6 जेसीबी और 2 पोकलेन की मदद से ढहा दिया गया। कार्रवाई के दौरान किसी प्रकार का विरोध नहीं हुआ। बड़ी संख्या में नगर निगम और पुलिस का अमला वहां मौजूद था।
नगर निगम अफसरों के मुताबिक दो दिन पहले भी रेती मंडी के समीप आईडीए की जमीन से कब्जा हटाने की योजना तैयार हुई थी, लेकिन पुलिस बल नहीं मिलने और विभिन्न कारणों के चलते कार्रवाई नहीं हुई थी। आज सुबह साढ़े 6 बजे के लगभग नगर निगम का भारी अमला पुलिस बल के साथ क्षेत्र में जा पहुंचा। पिछले दिनों पशु पकडऩे के दौरान हुए विवाद के चलते बड़ी संख्या में पुलिस बल निगम अमले के साथ था, ताकि कोई विवादित स्थिति बनने पर उस पर काबू किया जा सके। नगर निगम अधिकारी राहुल रघुवंशी के मुताबिक स्कीम 97 में करीब 15 हजार स्क्वेयर फीट कीमती जमीन पर कई वर्षों से कुछ लोगों के कब्जे थे, जिसको लेकर मामला अलग-अलग न्यायालयों में चला और आईडीए के पक्ष में फैसला आने के बाद प्राधिकरण के अधिकारियों ने निगम के साथ मिलकर कब्जा हटाने की कार्रवाई शुरू की। मौके पर कई पक्की दुकानों के साथ गुमटियां भी बड़ी संख्या में लगी हुई थीं। इसके अलावा कई कच्चे-पक्के मकान भी बने हुए थे, जिन्हें 6 जेसीबी और पोकलेन की मदद से ढहा दिया गया। कार्रवाई के दौरान किसी प्रकार का हंगामा नहीं हुआ, क्योंकि कब्जेधारियों को पहले ही प्राधिकरण की तरफ से स्थान खाली करने के नोटिस थमा दिए गए थे। इसी के चलते कई लोगों ने खुद ही काफी कब्जे हटा लिए थे। कार्रवाई के दौरान 150 रिमूवलकर्मी और कई पुलिस अधिकारियों के साथ पुलिस बल भी मौजूद था। सुबह साढ़े 6 बजे शुरू हुई कार्रवाई ढाई घंटे में पूरी कर ली गई।
प्राधिकरण की जमीन पर बने दो ढाबे भी तोड़े
निगम अधिकारियों के मुताबिक राजेंद्र रेलवे क्रासिंग के समीप प्राधिकरण की जमीन पर अवैध रूप से दो ढाबे भी कुछ लोगों द्वारा बना लिए गए थे। काफी समय से ढाबे संचालित किए जा रहे थे और नोटिसों के बावजूद ढाबे नहीं हटे तो आज प्राधिकरण के अधिकारियों ने वहां भी कार्रवाई करते हुए दोनों ढाबे जेसीबी की मदद से तोड़ दिए।