इंदौर। लोकायुक्त पुलिस (Lokayukta Police )ने कुछ दिन पहले धार नगर पालिका (Dhar Municipality) में पदस्थ असिस्टेंट इंजीनियर ( Assistant Engineer)डीके जैन ( DK Jain) के यहां छापामार कर उसकी करोड़ों की संपत्ति का खुलासा किया था। जांच में उसके आयकर रिटर्न की कॉपी मिली है, जिससे पता चलता है कि 36 संपत्तियों का मालिक नाममात्र का टैक्स भरता (tax india) है। इसके चलते लोकायुक्त (Lokayukta ) ने आयकर विभाग को पत्र लिखकर जहां उसकी संपत्तियों की जानकारी दी है, वहीं पूरे परिवार के रिटर्न की जानकारी भी मांगी है।
लोकायुक्त डीएसपी (Lokayukta DSP) एसएस यादव (SS Yadav)ने बताया कि जैन के घर से मिले दस्तावेजों से उसके और परिवार के लोगों के नाम से लगभग 36 संपत्तियों का खुलासा हुआ है, जिनकी कीमत करोड़ों रुपए है। वहीं कई मकान उसने किराए पर दे रखे थे तो उसे कई अन्य रास्तों से भी पैसा मिलता था, लेकिन उसके यहां मिली रिटर्न की एक कॉपी से पता चलता है कि उसने वेतन के अलावा कोई और टैक्स जमा नहीं किया। उसमें भी छूट ले ली। इसके चलते पुलिस ने जहां उसकी संपत्तियों की जानकारी आयकर विभाग को दी है, वहीं उसकी पत्नी और बेटों के रिटर्न की जानकारी पत्र लिखकर मांगी है।
धार और इंदौर में रजिस्ट्रार ऑफिस से मांगी जानकारी
लोकायुक्त ने इंदौर (Indore)और धार के रजिस्ट्रार ऑफिस को पत्र लिखकर जैन और उसके परिवार के नाम से छापे में मिली सभी संपत्तियों की जानकारी मांगी है। इसके अलावा इंदौर नगर निगम और धार नगर पालिका जहां वह पदस्थ था, वहां से भी प्रॉपर्टी की जानकारी मांगी गई है। विभाग रिकार्ड में उसने नाममात्र की प्रॉपर्टी का उल्लेख किया है।
14 में से 4 बैंक खातों में तीन लाख रुपए
छापे के दौरान पुलिस को जैन के परिवार के नाम के 14 बैंक खातों के दस्तावेज मिले थे। इसके बाद लोकायुक्त पुलिस ने सभी बैकों को पत्र लिखकर उसके बैंक खातों की जानकारी मांगी थी। चार खातों की जानकारी पुलिस को मिल गई है, जिनमें तीन लाख से अधिक की राशि जमा है।
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