एक साल में अंतरराष्ट्रीय उड़ानें और छोटे एटीआर विमानों का संचालन पुराने टर्मिनल से शुरू किया जाएगा, एयरपोर्ट अथोरिटी ने जारी किए रिनोवेशन के टेंडर
इंदौर, विकाससिंह राठौर। इंदौर के देवी अहिल्याबाई होलकर अंतरराष्ट्रीय विमानतल पर बढ़ती यात्री और उड़ानों की संख्या को देखते हुए नया टर्मिनल बनने तक मौजूदा टर्मिनल के साथ ही पुराने टर्मिनल का इस्तेमाल भी उड़ानों के संचालन के लिए किया जाएगा। इसके पहले पुराने टर्मिनल को नया रूप देने के साथ ही यहां सभी सुविधाएं भी जुटाई जाएंगी। इस पर 50 करोड़ रुपए खर्च होंगे। एयरपोर्ट अथोरिटी ने इसके लिए टेंडर जारी करने शुरू कर दिया है। लगभग एक साल में पुराने टर्मिनल से भी दोबारा उड़ानें संचालित होने लगेंगी।
उल्लेखनीय है कि इंदौर एयरपोर्ट पर बढ़ती यात्री संख्या को देखते हुए कई सालों से नया टर्मिनल और पार्किंग जैसे प्रोजेक्ट्स पर बातें चल रही हैं, लेकिन अब तक विस्तार के लिए जमीन पर कब्जा न मिल पाने के कारण ये प्रोजेक्ट अटके पड़े हैं। इसे देखते हुए छह माह पहले अधिकारियों ने सुझाव दिया था कि जब तक नया टर्मिनल नहीं बनता, तब तक यात्री और उड़ानों की बढ़ती संख्या को एडजस्ट करने के लिए पुराने टर्मिनल से भी छोटे विमानों का संचालन किया जा सकता है। ‘अग्निबाणÓ ने इस मुद्दे को प्रमुखता से उठाया था। सांसद शंकर लालवानी ने इस सुझाव पर अथोरिटी के वरिष्ठ अधिकारियों से बात की, जिसके बाद अथोरिटी ने न सिर्फ छोटे एटीआर विमान बल्कि अंतरराष्ट्रीय उड़ानों का संचालन भी पुराने टर्मिनल से ही करने के लिए सितंबर में मंजूरी दे दी थी और एयरपोर्ट अथोरिटी ने पुराने टर्मिनल को नया स्वरूप देने के लिए टेंडर जारी करना शुरू कर दिया है।
नई उड़ानों की तैयारी…
एयरपोर्ट पर 2012 में नया टर्मिनल बना था, उसके बाद से पुराने टर्मिनल में उड़ानों का संचालन बंद है। कुछ समय तक इसे डोमेस्टिक कार्गो टर्मिनल के रूप में संचालित किया गया, लेकिन नया कार्गो टर्मिनल बन जाने के बाद से यह खाली है। इसे अब अंतरराष्ट्रीय उड़ानों के साथ ही छोटे विमानों के संचालन के लिए नए सिरे से तैयार किया जाएगा। इसमें सिक्यूरिटी चेक, चेक-इन काउंटर्स, टायलेट्स, बैग्ज एक्स-रे स्कैनर्स, सिक्यूरिटी होल्ड एरिया, सामान के लिए कनवेयर बेल्ट, फूड जोन, मेडिकल रूम, अंतरराष्ट्रीय उड़ानों के लिए कस्टम और इमिग्रेशन काउंटर्स सहित अन्य सभी सुविधाएं तैयार की जाएंगी। टर्मिनल की नए सिरे से साज-सज्जा भी की जाएगी और सभी आधुनिक यात्री सुविधाएं भी जुटाई जाएंगी।
नए टर्मिनल का इंटरनेशनल एरिया भी हो जाएगा डोमेस्टिक
पुराने टर्मिनल में छोटे एटीआर और अंतरराष्ट्रीय उड़ानों के संचालन शुरू होने के साथ ही नए टर्मिनल में भी कुछ परिवर्तन किए जाएंगे। व्यवस्था बदलने का मकसद ही यात्रियों को ज्यादा जगह और सुविधा देना है। पुराने टर्मिनल में अंतरराष्ट्रीय उड़ानों का संचालन शुरू किए जाने के बाद नए टर्मिनल में इंटरनेशनल एरिया, जो अभी अलग है, को एक कर दिया जाएगा और इसे भी डोमेस्टिक उड़ानों के यात्रियों के लिए उपयोग किया जाएगा।
नए टर्मिनल से 36 से ज्यादा उड़ानों का लोड होगा कम
अधिकारियों ने बताया कि अभी इंदौर से 84 से 88 उड़ानों का रोजाना संचालन होता है। इसमें 34 से 36 उड़ानें छोटे एटीआर विमानों से संचालित होती हैं, साथ ही सप्ताह में 6 उड़ानें अंतरराष्ट्रीय उड़ानों के रूप में चलती है। छोटे विमानों और अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को पुराने टर्मिनल से संचालित किए जाने के बाद नए टर्मिनल पर रोजाना करीब 36 उड़ानों का लोड कम हो जाएगा। न सिर्फ यहां उड़ानों और यात्रियों का लोड कम होगा, बल्कि पुराने टर्मिनल से जाने वाले यात्री यहां की ही पार्किंग का उपयोग करेंगे। इससे नए टर्मिनल में वाहनों, ट्रैफिक और पार्किंग का लोड भी कम होगा।
अंतरराष्ट्रीय यात्रियों को हो सकती है असुविधा
पुराने टर्मिनल से अंतरराष्ट्रीय उड़ानों का संचालन शुरू किए जाने से अंतरराष्ट्रीय उड़ानों के यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ सकता है, क्योंकि पुराने टर्मिनल से विमान में आने-जाने वाले एयरोब्रिज नहीं होंगे, जिससे यात्रियों को पैदल या बस से विमान तक जाना-आना होगा, साथ ही पैदल या सीढ़ियों से विमान में चढ़ना-उतरना होगा। छोटे विमानों से वैसे भी एयरोब्रिज कनेक्ट नहीं होते हैं।
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