इंदौर। सिलिकान सिटी (Silicon City) पुलक सिटी निवासी चाय दुकान संचालक (Tea shop owner) युवक गजानंद परिहार (Gajanand Parihar) की लेन-देन के विवाद में हत्या के मामले में पकड़ाए आरोपियों का कहना है कि उसे महू पातालपानी के अहिंसा पर्वत (Ahimsa Parvat) पर लेकर गए और रस्सी से गला घोंटकर मार दिया और फिर बड़़वानी लेकर जाकर शव को दफना दिया था। शव के कुछ हिस्से बाहर आ जाने पर दो दिन बाद उसे वापस निकाला और दोबारा ठिकाने लगाने जा रहे थे कि पुलिस पीछे लग गई और शव को सडक़ किनारे फेंककर आ गए।
राऊ पुलिस ने बताया कि गजानंद की हत्या के मामले के मुख्य आरोपी कैफे संचालक आशीष उसके साथी राहुल, धीरज को हिरासत में लिया है। एक साथी सिंघाना निवासी अजीत चौहान फरार है। आशीष ने पूछताछ में बताया में और मेरे दो साथी गजानंद को कार में बैठाकर पातालपानी के अहिंसा पर्वत पर लेकर गए। यहां उसे बातों में उलझाया और रस्सी के गला घोंटकर मार दिया था। इसके बाद कार में उसका शव रखा और सिलिकॉन सिटी आ गए। यहां कुछ समझ नही आ रहा था कि शव को कहां फेंके या दफनाए। एक अन्य दोस्त को भी कार में बैठाया और पूरी वारदात के बारे में बताया। इस पर उसने कहा कि इसे भेरूघाट में जंगल में फेंककर आते है। भेरूघाट तक गए तो विचार बदल गया और शव को आगे लेकर गए। बरसात हो रही थी। राजपुर की एक घाटी में सभी ने गड्डा खोदा और गजानंद के शव को दफना दिया। इसके बाद इंदौर आ गए और अपने अपने घर चले गए।
शंका के चक्कर में वापस शव को देखने गए
शव दफनाने के दो दिन बाद आशीष और उसके साथी जमा हुए और बात की कि चलो एक बार देखखर आते है कहीं दफनाया शव ऊपर तो नही आ गया। दोबारा वहां गए जहां शव दफनाया था। वहां जाकर देखा तो बारिश में शव पर डाली मिट्टी धुल गई थी। शव का कुछ हिस्सा बाहर निकल आया था। इसके बाद लगा कि पकड़ा जाएंगे तो दफनाए शव को बारिश में ही बाहर निकाला और बोरे में भरकर कार में लादकर इंदौर की तरफ निकले, लेकिन पुलिस की डायल 100 हमारे पीछे आ रही थी। हमें लगा कि पुलिस को पता चल गया होगा और पुलिस हमारा पीछा कर रही है तो शव को कुछ दूर जाकर सडक़ किनारे फेंका और कार लेकर भागे। कुछ देर बाद डायल 100 ने पीछा करना बंद कर दिया और सभी आकर इंदौर में दोबारा अपने-अपने घर चले गए।
पत्नी ने आशीष पर जताई थी शंका
हत्या और शव को ठिकाने लगाने के बाद आरोपी अपने-अपने काम में लग गए, लेकिन गजानंद की पत्नी ने आशीष के साथ लेन-देन की बात कही और बोला कि वह आखिरी बार आशीष से ही मिलने गए थे तो आशीष को पकड़ा और पूछताछ की तो उसने साथियों के साथ हत्या करना कबूल लिया। उधर राजपुर पुलिस को इनके द्वारा फेंका गया आशीष का शव भी मिल गया।
शव की शिनाख्त के लिए मामा गए राजपुर
उधर राजपुर पुलिस ने गजानंद के शव को दोबारा दफना दिया। उसे आज बाहर निकालकर उसकी शिनाख्ती कराई जाएगी। गजानंद के मामा राऊ पुलिस के साथ शव की शिनाख्त के लिए गए है।
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