खुद के साथ तीन और ब्रांड की बिना लाइसेंस बना रहे थे मुनक्का, संचालक के खिलाफ धारा 420 में दर्ज करवाई एफआईआर भी
इंदौर। मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान (CM Shivraj Singh) ने भ्रष्ट अफसरों-कर्मचारियों की फिल्ड पोस्टिंग नहीं करने की घोषणा की। इसके साथ ही नशे के अवैध कारोबार को नैस्तनाबूथ करने के भी निर्देश दिए, जिसके मद्देनजर इंदौर में कल एक बड़ी कार्रवाई कलेक्टर मनीष सिंह (DM Manish Singh) ने करवाई और लगभग 7 क्विंटल भांग और उससे बनी मुनक्का जब्त की और बिना लाइसेंस मुनक्का बनाने वाली फैक्ट्री के संचालक के खिलाफ धारा 420 में एफआईआर (FIR) भी थाना बाणगंगा में दर्ज करवा दी। अपर कलेक्टर और प्रभारी सहायक आयुक्त आबकारी राजेश राठौर के मुताबिक बिना लाइसेंस फैक्ट्री संचालक द्वारा खुद के साथ तीन अन्य ब्रांड की मुनक्का बनाई जा रही थी, जिसमें इस्तेमाल की जाने वाली भांग भी अवैध रूप से हासिल की गई, जिसके चलते दो क्विंटल भांग के साथ पांच क्विंटल निर्मित मुनक्का की जब्ती की गई है।
मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने जहां इंदौर के भ्रष्ट क्राइम ब्रांच टीआई को निलंबित करवाया, वहीं वीडियो कान्फ्रेंस के जरिए डीजीपी सहित प्रदेशभर के पुलिस अधिकारियों को चेतावनी दी कि अवैध नशे का कारोबार बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और जो वसूली में भ्रष्ट अफसर-कर्मचारी लगे हैं उनके खिलाफ भी कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी। ऐसे लोगों की सूची बनाने और उनके खिलाफ ईओडब्ल्यू द्वारा कार्रवाई करवाने की भी घोषणा मुख्यमंत्री ने की है, जिसके चलते इंदौर, भोपाल, ग्वालियर सहित अन्य जगह पर लगातार छापामार कार्रवाई की जा रही है। अवैध शराब, सावर्जनिक स्थानों पर शराब पीने, धुम्रपान करने के अलावा नशीले पदार्थों से जुड़े प्रकरण भी बनाए गए। इसी कड़ी में कलेक्टर मनीष सिंह के निर्देश पर भांग और मुनक्का के निर्माण करने वाली फैक्ट्री पर छापा डाला गया। सहायक आयुक्त आबकारी राजेश राठौर के निर्देश पर एडीईओ राजीव द्विवेदी, राजीव मुद्गल और आबकारी उपनिरीक्षक पीडी अहिरवार, आशीष जैन के साथ आयुष विभाग के दल ने भी ग्राम जाखिया में स्थित पंकज वैष्णव नामक व्यक्ति की फैक्ट्री पर छापा डाला और अवैध भांग से मुनक्का के निर्माण का बड़ा मामला पकड़ा। मस्ताना, तरंग, शिवम वटी व अन्य नाम से मुनक्का बनाई जा रही थी। 7 क्विंटल भांग और मुनक्का के अलावा पैकिंग करने की मशीनें, सामान भी जब्त किया। संचालक के पास भांग औषधि बनाने का विभाग द्वारा जारी किए जाने वाला लाइसेंस और आयुष विभाग का औषधि निर्माण का दिए जाने वाला लाइसेंस भी नहीं पाया गया। सड़े हुए गुड़ और अन्य पदार्थों से गंदगी भरे माहौल में मुनक्का का निर्माण किया जा रहा था। दूसरे ब्रांड की पैकेजिंग व मिस ब्रांडिंग करने पर पंकज वैष्णव के खिलाफ बाणगंगा थाने में धारा 420 के तहत एफआईआर भी दर्ज करवाई गई। डॉ. शीतल कुमार सोलंकी विशेष आयुर्वेद आयुष विभाग और आबकारी उपनिरीक्षक आशीष जैन के लिखित आवेदन पर यह एफआईआर दर्ज हुई है, जिसमें आरोपी पंकज वैष्णव के खिलाफ अपराध पंजीबद्ध कर जांच शुरू की गई है। मौके से सागर, शिवम्, मस्ताना और तरंग ब्रांड की बनी हुई मुनक्का और अन्य सामग्री भी जब्त की गई। 12 बोरियों में भरी 86400 से अधिक मुनक्का गोलियां मौके पर पाई गई। फैक्ट्री संचालक ने भी स्वीकार किया गया कि उसके द्वारा पिछले कुछ दिनों से अलग-अलग ब्रांडों की मुनक्का बनाई जा रही है, क्योंकि पिछले दिनों कई फैक्ट्रियों को प्रशासन और आबकारी विभाग ने बंद करवा दिया था। मस्ताना, मुनक्का हीरालाल पंजवानी निवासी जानकी नगर, शिवम् वटी गौरव बसेनी, तरंग वटी गोपाल धनोटिया निवासी हुकुमचंद मार्ग द्वारा बनवाई जा रही थी।
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