पूरे जिले में 134 अवैध कॉलोनियां, सबसे ज्यादा सांवेर, बिचौलीहप्सी में
इंदौर। पिछले दिनों बिचौलीहप्सी (Bichaulihapsi) एसडीएम (SDM) डॉ. कल्याणी पांडे (Dr. Kalyani Pandey) ने अपने क्षेत्र की 34 अवैध कॉलोनियां (34 illegal colonies) लिस्टेड की और मामला अपर आयुक्त के यहां रखा। इन कॉलोनियों पर कार्रवाई से पहले सुनवाई जारी है, जबकि पूरे जिले में 134 अवैध कॉलोनियों का जंजाल बिछा है। जानकारी के अभाव में अपना घर का सपना देखने वाले लोग ठगे जा रहे हैं, जबकि अवैध कॉलोनियों पर कार्रवाई कागजों में उलझी हुई हंै। जिले की 134 अवैध कॉलोनियों में सबसे ज्यादा सांवेर और बिचौलीहप्सी तहसीलों में 34-34 हैं।
गौरतलब है कि कुछ समय पूर्व कलेक्टर आशीष सिंह ने समय सीमा संबंधी बैठक में कृषि भूमि के छोटे-छोटे टूकड़ों के रूप में खरीदी, बेची जाने वाली कॉलोनियों की जानकारी मांगी थी। इसका मुल उद्देश्य कृषि भूमि का बगैर डायवर्शन व्यावसायिक उपयोग पर कार्रवाई से है। कई बिल्डर सरकारी खानापूर्ति से बचने के लिए बगैर सक्षम प्राधिकारी की अनुमति कॉलोनी का विकास कर वहां के प्लाट, मकान और फ्लैट बेचकर लोगों के साथ धोखेबाजी करते हैं। कलेक्टर की मांगी जानकारी में प्रस्तुत किए गए आंकड़े जिले में अवैध कॉलोनियों का जंजाल बता रहे हैं। तहसीलवारा मिली जानकारी में सांवेर और बिचौलीहप्सी में सबसे अधिक 34-34 अवैध कॉलोनियां मिली। इनमें से बिचौलीहप्सी की अवैध कॉलोनियों का मामला अपर कलेक्टर गौरव बैनल के न्यायालय में विचाराधीन है। बैनल के अनुसार इस मामले में सुनवाई चल रही है। इसके बाद आगे की कार्रवाई हो सकेगी, जबकि इंदौर और जूनी इंदौर में 21, देपालपुर में 18, राऊ में 11, मल्हारगंज में 9, महू में 5 तथा हातोद में 2 अवैध कॉलोनियों की जानकारी कलेक्टर के समक्ष प्रस्तुत की जा चुकी है। अवैध का मतलब समक्ष प्राधिकारी बगैर विकास अनुमति के कॉलोनी का विकास है।