महापौर परिषद की बैठक में मिली मंजूरी
इंदौर। मास्टर प्लान (master plan) की लगभग 22 सडक़ों (22 roads) का निर्माण निगम करवा रहा है, जिस पर 400 करोड़ (400 crores) से अधिक की राशि खर्च होगी। अभी लोकसभा चुनाव से पहले ही शासन ने विशेष केन्द्रीय सहायतानिधि के तहत साढ़े 400 करोड़ की राशि नगर निगम के खाते में जमा करवा दी। मगर चुनावी आचार संहिता के चलते टेंडर (tenders) प्रक्रिया रुक गई थी। अभी पिछली महापौर परिषद् (Mayor Council ) की 21 जून को बुलाई बैठक में इन सडक़ों के निर्माण प्रस्ताव को मंजूरी दी गई, जिसके चलते निगम ने चार पैकेज में टेंडर भी बुला लिए हैं। निगम के जनकार्य और उद्यान समिति प्रभारी राजेन्द्र राठौर ने इसकी पुष्टि की है।
नगर निगम ने ऑनलाइन टेंडर मास्टर प्लान की इन सडक़ों के लिए जारी कर दिए हैं, जिसमें सीमेंट कांक्रीट की सडक़ों के साथ-साथ फुटपाथ, वहां आवश्यकता होगी वहां छोटे पुल-पुलिया, स्ट्रार्म वाटर लाइन, बिजली के खम्भों की शिफ्टिंग सहित अन्य कार्य कराए जाएंगे। इसमें पैकेज नं. 1 में 87 करोड़ 74 लाख 82 हजार रुपए की सडक़ें शामिल की गई हैं, तो इसी तरह पैकेज नं. 2 में 93 करोड़ 73 लाख की सडक़ें शामिल हैं, वहीं पैकेज नं. 3 में 87 करोड़ 89 लाख रुपए की सडक़ों के अलावा पैकेज नं. 4 में भी 87 करोड़ 75 लाख रुपए से अधिक की लागत से सडक़ों का निर्माण होना है। निगम ने इन सडक़ों के लिए 30 महीने निर्माण की समयावधि तय की है। महापौर पुष्यमित्र भार्गव के मुताबिक पिछली एमआईसी में इन सडक़ों के निर्माण की मंजूरी दे दी गई थी, जिसके आधार पर चार पैकेज में 400 करोड़ रुपए से अधिक की इन सडक़ों के निर्माण की प्रक्रिया शुरू की गई है। शासन ने विशेष केन्द्रीय सहायता निधि के तहत 450 करोड़ रुपए की राशि उपलब्ध कराई है, जिसके चलते निर्माण करने वाली ठेकेदार फर्मों को भी भुगतान की परेशानी नहीं होगी। उल्लेखनीय है कि नगर निगम की माली हालत खस्ता होने के चलते अधिकांश ठेकेदारों ने निगम के टेंडर भरना बंद कर दिए हैं। मगर चूंकि इन सडक़ों के लिए शासन से राशि प्राप्त हो चुकी है लिहाजा भुगतान की समस्या नहीं रहेगी। जनकार्य प्रभारी राठौर के मुताबिक हमने अलग-अलग चार पैकेजों का निर्धारण इसलिए किया ताकि सभी तरह की सडक़ें इसमें शामिल हो सकें। अभी होता यह है कि ठेकेदार आसान सडक़ों के टेंडर तो भर देते हैं, वहीं अन्य सडक़ें छूट जाती हैं। यही कारण है कि हमने 22 सडक़ों की प्लानिंग इस तरह की कि चारों पैकेज में सभी तरह की सडक़ों को शामिल कर लिया गया है। उदाहरण के लिए पैकेज-1 में जिंसी चौराहा से लक्ष्मीबाई प्रतिमा सहित एमआर-10 से एमआर-12 को जोडऩे वाली लिंक रोड भी शामिल है, तो पैकेज-2 में एमआर-5 तक एरोड्रम थाने से छोटा बांगड़दा तक की सडक़ बनेगी। इसी तरह अन्य सभी प्रमुख सडक़ें ली गई हैं।
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