इंदौर। लोकायुक्त पुलिस (Lokayukta Police ) ने पिछले 9 माह के दौरान 17 भ्रष्ट अधिकारियों-कर्मचारियों (Corrupt officers-employees )को पकडक़र उनके खिलाफ न सिर्फ कार्रवाई की है, बल्कि उनकी अनुपातहीन सम्पत्ति का भी खुलासा किया है। लोकायुक्त स्थापना शाखा ( Lokayukta Establishment Branch) ने चालू वित्त वर्ष के दौरान 21 भ्रष्ट अधिकारी-कर्मचारियों (corrupt officials) के खिलाफ विशेष न्यायालय में चालान पेश किए हैं।
लोकायुक्त एसपी एसएस सराफ ( Lokayukta SP SS Saraf) ने बताया कि वर्ष 2020 में जहां पद का दुरुपयोग करने के मामले दो दर्ज हुए थे, वहीं इस वर्ष भी इतनी ही संख्या रही है, वहीं चार लोगों को भ्रष्टाचार के मामले में सजा मिली है। सूत्रों ने बताया कि अनुपातहीन सम्पत्ति अर्जित करने के मामले में जहां वर्ष 2019 में 6 मामले दर्ज हुए थे, वहीं 2020 में कोई कार्रवाई नहीं की गई। 2021 में जरूर चार मामले दर्ज किए गए। वर्ष 2019 में सर्वाधिक 45 भ्रष्ट अधिकारी-कर्मचारियों को सजा मिली थी। इस वर्ष लगातार कार्रवाई की जा रही है। पिछले 9 माह के दौरान रिश्वत लेने के 17 मामले सामने आए। हाल ही में झाबुआ में सहकारी बैंक अधिकारी भारतसिंह हांडा के खिलाफ भी कार्रवाई की गई और करोड़ों की अनुपातहीन सम्पत्ति का खुलासा हुआ। एसपी ने बताया कि नगर निगम के अधिकारी विजय सक्सेना के खिलाफ भी एफआईआर दर्ज करने तैयारी की जा चुकी है और जल्द ही अपराध पंजीबद्ध किया जाएगा।
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