कई कम्पनियों की 14 दिन की उत्पादन प्रक्रिया आज हो जाएगी पूरी… लगातार बढ़ रही है सप्लाय
इंदौर। सबसे बड़ी समस्या रेमडेसिविर इंजेक्शनों (Remedisvir Injection) की आ रही है, जिसके कारण मौत भी हो रही है। अस्पतालों में चूंकि ऑक्सीजन (Oxygen), आईसीयू बेड नहीं है और इंजेक्शन भी उपलब्ध नहीं, जिसके कारण मरीज और उनके परिजनों को भीषण समस्या का सामना करना पड़ रहा है, लेकिन भोपाल में बैठे जिम्मेदार अफसरों का कहना है कि 1 लाख इंजेक्शनों की आपूर्ति पाइप लाइन में है और उम्मीद है कि सोमवार तक पर्याप्त सप्लाय अस्पतालों-डीलरों को हो जाएगी। दरअसल 14 दिन की निर्माण प्रक्रिया इन इंजेक्शनों की रहती है और आज कई कम्पनियों की यह प्रक्रिया पूरी हो जाएगी और फिर पैकिंग, ट्रांसपोर्टेशन के बाद अगले एक-दो दिनों में ये इंजेक्शन इंदौर सहित प्रदेशभर में पहुंच जाएंगे। शासन ने जहाज, हेलीकॉप्टर की व्यवस्था भी इन इंजेक्शनों के लिए कर भी रखी है। लगभग एक लाख इंजेक्शनों के ऑर्डर प्रदेश शासन ने भी कम्पनियों को दिए हैं। अभी सप्लाय कम और डिमांड कई गुना अधिक होने के कारण ही दिक्कत आ रही है।
मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान (Chief Minister Shivraj Singh Chauhan) लगातार ऑक्सीजन (Oxygen), इंजेक्शन से लेकर अन्य व्यवस्थाओं की समीक्षा कर रहे हैं। कल भी वीडियो कान्फ्रेंस के माध्यम से चिकित्सा-शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग, लोकस्वास्थ्य परिवार कल्याण मंत्री प्रभुराम चौधरी के साथ समीक्षा की। केन्द्र से भी ऑक्सीजन (Oxygen) के लिए अनुरोध किया गया है। कल तक ऑक्सीजन की उपलब्धता 336 मैट्रिक टन थी, जो अब 25 अप्रैल तक 565 मैट्रिक टन होने की उम्मीद है। 50 हजार रेमडेसिविर इंजेक्शनों के ऑर्डर दिए गए थे, जिसे बढ़ाकर 1 लाख कर दिया गया है। सनफार्मा द्वारा 20 हजार, माइलॉन द्वारा 3 हजार इंजेक्शन उपलब्ध कराए गए। वहीं सिप्ला, जायडस से भी इंजेक्शन आ रहे हैं। नियंत्रक खाद्य एवं औषधि प्रशासन पी. नरहरि का कहना है कि सोमवार तक इंजेक्शनों की आपूर्ति बढ़ेगी और काफी हद तक मरीजों को ये इंजेक्शन मिलने लगेंगे। दरअसल 14 दिन की जो निर्माण प्रक्रिया इन इंजेक्शनों की रहती है वह आज कई कम्पनियों की पूरी हो जाएगी, जिसके चलते अगले दो-तीन दिनों में इंजेक्शनों की आपूर्ति निजी अस्पतालों-डीलरों से लेकर सरकारी अस्पतालों में भी बढ़ जाएगी। दूसरी तरफ ऑक्सीजन और टेस्टिंग भी बढ़ाई जा रही है और फीवर क्लीनिकों की संख्या भी इंदौर सहित प्रदेशभर में 720 हो गई है। कल भी लगभग 50 हजार टेस्ट प्रदेशभर में कराए गए और कई जिलों में कोविड केयर सेंटर का संचालन भी शुरू किया गया है, जहां पर 5 हजार से अधिक बिस्तरों की व्यवस्था की गई है। इंदौर में भी खंडवा रोड स्थित राधास्वामी सत्संग आश्रम में विशाल कोविड केयर सेंटर बनाया जा रहा है, जिसकी शुरुआत ही 600 बिस्तरों से की जाएगी। रेमडेसिविर इंजेक्शनों (Remedisvir Injection) के साथ ही 30 से 40 हजार रुपए की कीमत वाले तोसी इंजेक्शनों का तो अकाल ही पड़ गया। बीते दो-तीन दिनों से एक भी इंजेक्शन इंदौर में उपलब्ध नहीं हो रहा है और जिन मरीजों को अधिक संक्रमण है उनके परिजन इस इंजेक्शन के लिए भी मारे-मारे फिर रहे हैं और दो से तीन गुना अधिक कीमत तक देने को तैयार हैं।
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