जकार्ता। इंडोनेशिया (Indonesia) में सोमवार को आए भूकंप (Earthquake) की त्रासदी ने बड़ी तबाही मचा दी है. यहां भूकंप में मरने वालों की संख्या बढ़कर 268 पहुंच (Death toll rises 268 people) गई है, जबकि 151 लोग अभी भी लापता (151 people still missing ) बताए जा रहे हैं। भूकंप के झटके इतने जोरदार थे कि कई मिनट तक धरती हिलती रही थी. यूएस जियोलॉजिकल सर्वे के अनुसार, भूकंप पश्चिम जावा प्रांत के सियांजुर क्षेत्र में केंद्रित था, जिसकी गहराई 10 किलोमीटर (6.2 मील) थी।
इंडोनेशिया की राष्ट्रीय आपदा न्यूनीकरण एजेंसी के प्रमुख के अनुसार, भूकंप से अबतक 268 लोगों की मौत की पुष्टि की जा चुकी है, जबकि 151 लोग अब भी लापता हैं. अधिकारियों ने बताया कि भूकंप से प्रभावित क्षेत्र में 22 हजार घरों को नुकसान पहुंचा है. कुदरत की इस मार में 1,000 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं।
सियांजुर शहर था भूकंप का केंद्र
यूएस जियोलॉजिकल सर्वे डेटा के मुताबिक, भूकंप का केंद्र पश्चिम जावा के सियांजुर शहर में था. 5.6 तीव्रता के इस भूकंप का केंद्र बिंदु धरती से महज 10 किमी की गहराई में था. जिस क्षेत्र में भूकंप आया वह घनी आबादी वाला है. यहां हमेशा भूस्खलन की संभावना बनी रहती है. धरती हिलने से कई इमारतें ढह गई हैं. इमारतों के मलबे से लोगों को निकालने का रेस्क्यू ऑपरेशन अब भी जारी है।
अस्पताल में हुईं सबसे ज्यादा मौतें
सियांजुर के स्थानीय प्रशासन के प्रमुख ने बताया कि अधिकांश मौतें एक अस्पताल में हुई हैं, जहां मरीज भर्ती थे और वह अस्पताल खंडहर में तब्दील हो चुका है। उन्होंने इंडोनेशियाई मीडिया को बताया कि शहर के सयांग अस्पताल में भूकंप के बाद बिजली नहीं थी, जिससे डॉक्टर पीड़ितों का तुरंत इलाज करने में असमर्थ हो गए. जिनमें कुछ मरीजों ने इलाज के आभाव में दम तोड़ दिया. उन्होंने कहा कि मरीजों की भारी संख्या के कारण अधिक स्वास्थ्य कर्मियों की तत्काल आवश्यकता थी लेकिन अब चीजें नियंत्रण में है।
मेक्सिको में भी हिली धरती
वहीं मेक्सिको में बाजा कैलिफोर्निया के तट पर मंगलवार को 6.2 तीव्रता का भूकंप आया. भूकंप आते ही वहां अफरातफरी मच गई. लोग तुरंत अपने घरों से बाहर निकलकर रोड पर आ गए. अमेरिकी भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण (यूएसजीएस) का कहना है कि यह भूकंप बाजा कैलिफोर्निया में लास ब्रिसस के पश्चिम-दक्षिण पश्चिम में लगभग 30 किमी (18.6 मील) की दूरी पर 19 किमी (12 मील) की गहराई में आया. इससे पहले इसी साल सितंबर में भी यहां भूकंप के झटके लगे थे।
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