भोपाल। मध्य प्रदेश से मानसून विदाई के संकेत मिलने शुरू हो गए है। आज से दक्षिण-पश्चिम मानसून की पश्चिमी राजस्थान से और अक्टूबर के पहले सप्ताह में मध्यप्रदेश के कई जिलों से मानसून विदा हो सकता है। राजस्थान के रास्ते मानसून विदा होने लगा है। धीरे-धीरे पूरे प्रदेश में मानसून कमजोर होता जाएगा। उमस और धूप की वजह से कुछ इलाकों में अभी भा छिटपुट बारिश हो सकती है।
वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक अजय शुक्ला ने सोमवार को जानकारी देते हुए बताया कि मध्य प्रदेश के दक्षिणी हिस्से जो महाराष्ट्र से सटे हुए हैं, उन क्षेत्रों में घने बादल छाए रहेंगे और कुछ स्थानों पर वर्षा होने की संभावना है। हालांकि, मध्य प्रदेश के उत्तरी, पूर्वी तथा पश्चिमी हिस्सों में मौसम शुष्क बना रहेगा। इसके अलावा राजधानी भोपाल में अब मौसम बदलने लगा है। मौसम विभाग का कहना है कि अब मानसून विदा होने के संकेत मिल रहे है।
मिल गए मानसून के विदा होने के संकेत
वहीं बारिश की बात करें तो अभी प्रदेश के छह जिलों में सामान्य से कम वर्षा हुई है। प्रदेश में रविवार को उज्जैन, इंदौर, जबलपुर संभाग में कहीं-कहीं बौछारें पड़ सकती हैं। मौसम विभाग का कहना है कि मानसून के विदा होने के संकेत मिल गए हैं। 16 जिलों में सामान्य से अधिक वर्षा हुई है। छह जिलों में सामान्य से काफी कम बारिश हुई है। शेष जिलों में सामान्य बरसात हुई है।
अरब सागर से आ रही है नमी
अब हवाओं का रुख दक्षिण-पश्चिम बना रहने से अरब सागर से काफी नमी आ रही है। राजस्थान के दक्षिणी भाग में एक ऊपरी हवा का चक्रवात बना हुआ है। उधर शहर में सुबह से ही आंशिक बादल बने हुए थे। वहीं रात के समय गुलाबी ठंड पडऩे लगी है।