ब्लोमफोंटन (bloemfontein)। क्रिकेट को भविष्य (future of cricket) के सितारे देने वाला अंडर 19 विश्व कप आज से जब यहां शुरू होगा तो कइयों के मुस्तकबिल बनेंगे और कई ख्वाब हकीकत का रूप लेंगे जबकि विरोधी टीमों का जोर पांच बार के चैम्पियन भारत (future of cricket) का दबदबा तोड़ने पर होगा ।
यह सर्वविदित है कि अंडर 19 विश्व कप ने ही क्रिकेट जगत को कई भावी सितारे दिये हैं । युवराज सिंह 2000 में, रोहित शर्मा 2006 में, विराट कोहली और रविंद्र जडेजा 2008 में , ऋषभ पंत और ईशान किशन 2016 में और शुभमन गिल 2018 में इसी टूर्नामेंट से चमके । लेकिन कई ऐसे भी हैं जो जूनियर स्तर की सफलता को सीनियर स्तर पर दोहरा नहीं सके जिनमें उन्मुक्त चंद, रविकांत शुक्ला, मनीष पांडे, यश धुल और कमलेश नागरकोटी शामिल हैं ।
सभी की नजरें भारतीय टीम पर लगी होंगी जिसके कप्तान पंजाब के उदय सहारन हैं । भारत को शनिवार को पहले मैच में बांग्लादेश से खेलना है । ग्रुप ए में भारत और बांग्लादेश के अलावा अमेरिका और आयरलैंड भी है । यह टूर्नामेंट 11 फरवरी तक चलेगा जब बेनोनी में फाइनल खेला जायेगा ।
भारतीय टीम राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी में कई शिविरों के बाद यहां आई है और इसने दो ही टूर्नामेंट ( एशिया कप और दक्षिण अफ्रीका में त्रिकोणीय श्रृंखला ) खेले हैं ।
एशिया कप में भारत सेमीफाइनल में हार गया जिसमें बांग्लादेश ने उसे चार विकेट से मात दी । उसके बाद हालांकि दक्षिण अफ्रीका में त्रिकोणीय श्रृंखला भारत ने अपराजेय रहकर जीती जिसमें अफगानिस्तान तीसरी टीम थी । फाइनल बारिश की भेंट होने से भारत और दक्षिण अफ्रीका संयुक्त विजेता रहे ।
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