नई दिल्ली। भारतीय नागरिकों (Indian citizens) ने साल 2022 में पेटेंट (patent) के लिए 31.6 फीसदी अधिक आवेदन किए हैं। विश्व बौद्धिक संपदा (world intellectual property) संकेतक रिपोर्ट 2023 ने यह खुलासा किया है। खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने पेटेंट आवेदनों में वृद्धि को देश के युवाओं में इनोवेशन के लिए बढ़ते उत्साह का संकेत बताया है। उन्होंने इसे आने वाले समय के लिए बेहद सकारात्मक संदेश भी बताया।
रिपोर्ट के मुताबिक, भारत ने लगातार 11 साल में आवेदनों में जैसी वृद्धि की है, वैसी सबसे ज्यादा आवेदन कर रहे 10 देशों में से किसी ने नहीं की है। भारत के बाद सबसे ज्यादा 6.1 फीसदी वृद्धि स्विट्जरलैंड ने की। चीन से 3.1 फीसदी बढ़त जरूरी हुई, लेकिन लगातार दूसरे साल इसकी वृद्धि दर में कमी आई है। यहां से 2021 में बढ़त 6.8 फीसदी थी।
हम सातवें स्थान पर
महिलाएं अब भी पीछे
पेटेंट आवेदकों की सूची में चीन से 47.9 फीसदी महिलाएं हैं तो तुर्किये व फ्रांस से 34 फीसदी के करीब। वहीं, भारत से यह संख्या केवल 23 फीसदी रही।
भारत में किसी आवेदन पर पेटेंट कार्यालय की ओर से पहली बार कार्यवाही शुरू करने से अंतिम निर्णय लेने तक में औसतन 51 महीने लग रहे हैं। यह समय सबसे ज्यादा 56 महीने ले रहे मेक्सिको के बाद दूसरा सर्वाधिक है। हमारे मुकाबले चीन में महज 16.5 महीने और अमेरिका में 23.1 महीने में यह काम हो रहा है। यह दर्शाता है कि भारत को प्रक्रिया में तेजी लाने की जरूरत है।
बौद्धिक संपदा के बाकी क्षेत्रों में भी आगे, ट्रेड मार्क पांचवें स्थान पर, दुनिया में 1.18 करोड़ ट्रेडमार्क आवेदन आए। इनमें सबसे ज्यादा 77 लाख चीन के थे। इसके बाद अमेरिका से 9.45 लाख, तुर्किये से 4.82 लाख, जर्मनी से 4.79 लाख और पांचवें स्थान पर भारत से 4.67 लाख आवेदन हुए। भारत में स्वास्थ्य, टेक्सटाइल और कृषि क्षेत्रों से सर्वाधिक ट्रेडमार्क आवेदन किए गए।
औद्योगिक डिजाइन तीसरी सबसे तेज वृद्धि, 2022 में 11 लाख औद्योगिक डिजाइन आवेदन पूरी दुनिया से हुए। इनमें 2.1 फीसदी गिरावट आई, लेकिन भारत सहित कई देशों से आवेदन बढ़े। सबसे ज्यादा 31.4 फीसदी आवेदन तुर्किये से बढ़े। इसके बाद ब्राजील से 11.3 फीसदी तो तीसरे स्थान पर भारत से 9.5 फीसदी वृद्धि हुई।
जीआई टैग भारत के महज 429, चीन के पास 9,571, किसी उत्पाद या वस्तु को क्षेत्र विशेष की पहचान देने वाले भौगोलिक संकेत यानी जीआई टैग भारत के पास महज 429 हैं। वहीं, चीन के पास 9,571 जीआई टैग हो चुके हैं।
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