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    अमेरिकी F-16 को धूल चटा देगा भारत का राफेल, जानें किसके पास कितना है दम

    September 12, 2022

    नई दिल्ली: राफेल फ्रांस में डसॉल्ट द्वारा निर्मित और डिजाइन किया गया 4.5 पीढ़ी का विमान है. जबकि, F-16 अब तक का सबसे कुशल और अच्छी तरह से परीक्षण किया गया चौथी पीढ़ी का मल्टी-मिशन फाइटर जेट है. संयुक्त राज्य अमेरिका ने 1973 में इसका उत्पादन शुरू किया. हालांकि राफेल F-16 से अधिक अत्याधुनिक माना जाता है.

    राफेल जेट की ऊंचाई 5.34 मीटर और लंबाई 15.27 मीटर है. इस विमान के पंखों की लंबाई 10.9 मीटर और चौड़ाई 10.8 मीटर है. एक f-16 फाइटर की ऊंचाई 5.09 मीटर और लंबाई 15 मीटर है. उसके पंखों की लंबाई 9.44 मीटर है. लोड लेने की क्षमता को देखें तो एफ-16 की क्षमता 21,272 किलोग्राम है और राफेल की भार वहन क्षमता 24,500 किलोग्राम है.

    F-16 फाइटर जेट एक सिंगल-इंजन सिंगल क्रू संचालित विमान है. F-16 29,000 पाउंड का थ्रस्ट पैदा करता है. इसकी मदद से विमान 2469 Km/h की टॉप स्पीड हासिल कर सकता है. इसकी रेंज 4216 किमी है. इस विमान का कॉम्बैट रेडियस 547 किमी है. साथ ही f-16 820 फीट/सेकंड की स्पीड से क्लाइंब कर सकता है, जिसकी सर्विस सीलिंग 50,000 फीट है.

    वहीं राफेल दो इंजन वाला विमान है जिसे चालक दल के एक व्यक्ति द्वारा ऑपरेट किया जाता है. इस विमान के इंजन 34,000 पाउंड का जोरदार थ्रस्ट पैदा कर सकते हैं. इससे राफेल की टॉप स्पीड 2222 km/h हो जाती है. 3,701 किमी की रेंज और 1851 किमी के कॉम्बैट रेडियस के साथ राफेल 1000 फीट/सेकंड की जबरदस्त स्पीड से क्लाइंब कर सकता है. राफेल की सर्विस सीलिंग 52,000 फीट ऊंची है.


    F-16 फाइटर APG-83 रडार से लैस है जो विमान से 85 मील की दूरी पर करीब 20 वस्तुओं पर नजर रख सकता है. इसमें आटोमैटिक ग्राउंड कोलिजन अवोइडेंस सिस्टम भी लगा है जो पायलट की जान बचाने में बेहद कारगर साबित होता है. जबकि, राफेल स्पेक्ट्रा तकनीक से लैस है जो रेडियो तकनीक के साथ मिलकर 90 मील से अपनी ओर आने वाली छोटी वस्तुओं का पता लगा सकता है. इसके अलावा, यह 40 वस्तुओं का पता लगा सकता है जो कि एफ-16 से दोगुनी संख्या है.

    F-16 फाइटर में 9 मिसाइल और वेपन लोकेशन पॉइंट होते हैं जिन पर मिसाइल और वारफेयर को इनस्टॉल किया जा सकता है. लड़ाकू विमान में एम 9 साइड विंडर, मैजिक 2, एम 7, एम 20 और स्काई फ्लैश शामिल हैं. इसमें एम 9x, एम 132 और पाइथन 4 जैसी दृश्य सीमा से परे एयर टू एयर मिसाइलें भी हैं. इसके अलावा, f-16 में हवा से जमीन और जहाज-रोधी मिसाइलों जैसे अन्य उपकरण भी लगाए जा सकते हैं. यह हमेशा 20 मिमी रोटरी तोप से लैस होता है.

    वहीं राफेल की बात करें तो इसमें 14 फायरपावर लोकेशन पॉइंट हैं जो 9.5 टन तक वजन उठा सकते हैं. विमान हवा से हवा, हवा से जमीन और जहाज रोधी मिसाइलों और बमों से लैस है. इसमें एक उल्का मिसाइल भी है जो दृश्य सीमा से परे मिसाइल है. राफेल में विमान के दोनों ओर से ट्विन-पॉड फायरिंग के साथ 30 मिमी की तोप है. यह एक मिनट में 2500 राउंड तक फायर कर सकती है. लड़ाई के मामले में राफेल अमेरिकी लड़ाकू विमान से कोसों आगे दिखाई पड़ता है.

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