नई दिल्ली । ट्विटर पर काफी सक्रिय रहने वाले केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल (Union Minister Piyush Goyal) ने घोषणा की कि उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘कू’ (Koo App) पर एक अकॉउंट बनाया है। ये एक मेक इन इंडिया ऐप (Make in India app) है, जिसे सरकार की ट्विटर के साथ “असहमति” के चलते तैयार किया गया है।इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी मंत्री रविशंकर प्रसाद पहले ही इस मंच से जुड़ चुके हैं और उनके पास एक वैरीफाइड हैंडल है। आईटी (Ministry of Electronics and IT), इंडिया पोस्ट सहित कई सरकारी विभागों ने इस प्लेटफ़ॉर्म पर हैंडल को वैरिफाई कराया है।
उल्लेखनीय है कि कू ट्विटर की तरह एक ऐप है जिसे 10 महीने पहले लॉन्च किया गया था। इसने आत्मनिर्भर ऐप चैलेंज जीता था। ऐप को अपारमेया राधाकृष्ण और मयंक बिदावडका द्वारा विकसित किया गया है। ऐप कई भाषाओं में उपलब्ध है, जिनमें हिंदी, तेलुगु, कन्नड़, बंगाली, तमिल, मलयालम, गुजराती, मराठी, पंजाबी, ओडिया और असमी शामिल हैं।
ऐप की टैगलाइन भारतीय भाषाओं में भारतीयों से जुड़ना
गूगल प्लेस्टोर में इसके डाउनलोड पेज पर डीटेल के अनुसार कू को भारतीयों द्वारा अपनी मातृभाषा में अपने विचार साझा करने और डिस्कशन करने के लिए बनाया गया है। इसकी टैगलाइन है “भारतीय भाषाओं में भारतीयों से जुड़ना”। यह माइक्रो-ब्लॉगिंग साझा करने वाला एक प्लेटफॉर्म है। इसी हफ्ते कू ने अपनी सीरीज ए फंडिंग के हिस्से के रूप में 30 करोड़ रुपये जुटाए हैं। यह फंडिंग इंफोसिस के मोहनदास पाई की 3one4 कैपिटल की ओर से हुई है। इससे पहले कू को ऐक्सेल पार्ट्नर्ज, कालारी कैपिटल, ब्लूम वेंचर्ज और ड्रीम इंक्युबेटर से भी फंडिंग मिली है।
Koo को एप और वेबसाइट दोनों तरीके से इस्तेमाल किया जा सकता है। इसका भी इंटरफेस ट्विटर जैसा ही है। इसमें शब्दों की सीमा 350 है। इसपर लोग अपनी बात रख सकते हैं और अपनी भाषाओं में चर्चा कर सकते हैं।
गौरतलब है कि पिछले कई दिनों से ट्विटर और भारत सरकार के बीच टकराव चल रहा है। हाल ही में ट्विटर इंडिया की पब्लिक पॉलिसी डायरेक्टर (इंडिया एवं साउथ एशिया) महिमा कौल ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। वैसे तो महिमा कौल ने कहा है कि वह निजी कारणों से इस्तीफा दे रही हैं लेकिन हाल ही में सरकार के साथ ट्विटर के टकराव को भी महिमा के इस्तीफे से जोड़कर देखा जा रहा है। पिछले सप्ताह ही सरकार ने ट्विटर से नियमों को तोड़ने को लेकर जवाब मांगा था और सप्ताह के अंत तक महिमा ने इस्तीफा दे दिया। महिमा कौल के इस्तीफे के बाद सरकार की ओर से पाकिस्तान और खालिस्तान के कथित समर्थकों के 1,178 आकउंट बंद करने का आदेश दिया था। सरकार ने ट्विटर को चेतावनी देते हुए कहा था कि अगर वह निर्देशों का अनुपालन नहीं करती तो संबंधित धाराओं के तहत जुर्माना या सात साल की जेल हो सकती है।
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