नई दिल्ली (New Delhi) । घरेलू अर्थव्यवस्था 2023 तक 3,700 अरब डॉलर की होगी। इसके साथ ही यह पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था के रूप में ब्रिटेन से आगे बना रहेगा। आरबीआई ने बृहस्पतिवार को जारी एक लेख में कहा कि वृहत आर्थिक मोर्चे पर स्थिरता मजबूत बनी हुई है। ‘अर्थव्यवस्था की स्थिति’ शीर्षक से जारी लेख में कहा गया है कि हालिया आंकड़े बताते हैं कि महंगाई को संतोषजनक दायरे में लाना मौद्रिक नीति का पहला लक्ष्य था। उसे हासिल कर लिया गया है। यह पहली उपलब्धि रही।
आरबीआई के डिप्टी गवर्नर माइकल देबव्रत पात्रा की अगुवाई वाली टीम ने लेख में कहा कि 2023 में महंगाई को काबू में लाना है ताकि 2024 तक यह लक्ष्य के अनुसार रहे और यह दूसरी उपलब्धि होगी। भारत में जिंसों के दाम में नरमी और अन्य लागत कम होने से कंपनियों का प्रदर्शन सुधरा है।
4.4 फीसदी पहुंच गया है चालू खाता घाटा दूसरी तिमाही में
2027 तक बनेंगे तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था
अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष के हवाले से लेख में कहा गया है कि भारत 2025 तक चौथी और 2027 तक 5,400 अरब डॉलर के साथ तीसरे सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा।
उभरते हुए बाजार बीते साल की तुलना में अधिक मजबूत दिखाई दे रहे हैं, लेकिन 2023 में उनका सबसे बड़ा जोखिम अमेरिकी मौद्रिक नीति और डॉलर से जुड़ा है।
केंद्र और राज्यों के स्तर पर राजकोषीय मजबूती जारी है। प्रमुख संकेतकों के आधार पर चालू खाता घाटा 2022 की बची अवधि और 2023 में कम होने की ओर बढ़ रहा है।
हेलमेट पर खत्म की जाए जीएसटी: आईआरएफ
इंटरनेशनल रोड फेडरेशन (आईआरएफ) ने बृहस्पतिवार को सरकार से हेलमेट पर जीएसटी खत्म करने की अपील की। अभी हेलमेट पर 18 फीसदी जीएसटी लगता है। वैश्विक सड़क सुरक्षा निकाय ने वित्त मंत्री को लिखे पत्र में कहा, हेलमेट दोपहिया वाहन सवारों के लिए रक्षा उपकरण की तरह है। इसलिए इस पर जीएसटी नहीं लगना चाहिए।
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