कोलकाता । भारत की पहली अंडरवाटर मेट्रो ट्रेन (India’s First Underwater Metro Train) कोलकाता से (From Kolkata) जल्द ही शुरू होने जा रही है (Is Going to Start Soon) । कोलकाता में इसके लिए हुगली नदी के नीचे एक सुरंग का निर्माण किया गया है। साल्ट लेक में हावड़ा मैदान और सेक्टर V को जोड़ने वाले ईस्ट-वेस्ट मेट्रो कॉरिडोर के बीच हुगली के नीचे दो सुरंगें बनाई गई हैं। कोलकाता मेट्रो रेल कॉरपोरेशन द्वारा इस मार्ग के एक हिस्से पर रविवार का ट्रायल रन निर्धारित किया गया था, हालांकि इसे अचानक स्थगित कर दिया गया। निगम ने कहा कि जल्द ही ट्रायल रन पूरा कर लिया जाएगा। इसके पूरा होने के बाद कोलकाता के सिर एक और ताज सज जाएगा।
दो से छह कोच वाली मेट्रो ट्रेन ट्रायल रन के तहत एस्प्लेनेड और हावड़ा मैदान के बीच 4.8 किमी की दूरी तय करेगी। हुगली नदी के तल को काटकर बनाई गई सुरंगों में मेट्रो रेल 80 किमी/घंटा की गति से चलेगी। नदी के नीचे के रास्ते को ढकने में एक मिनट से भी कम समय लगेगा। 16 किलोमीटर लंबी इस रेल लाइन में 10.8 किलोमीटर भूमिगत खंड हैं। नदी का वह हिस्सा जो नीचे की ओर है, इसमें शामिल है। यह मेट्रो ट्रेन हुगली नदी के तल से 13 मीटर नीचे से गुजरेगी और हावड़ा मेट्रो स्टेशन भी 33 मीटर तक गहरा होगा।
कोलकाता मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (केएमआरसी) के मुताबिक भूमिगत ईस्ट-वेस्ट मेट्रो कॉरिडोर परियोजना दिसंबर तक पूरी हो जाएगी। कोलकाता मेट्रो का ईस्ट-वेस्ट कॉरिडोर 15 किलोमीटर लंबा है। यह हावड़ा से साल्ट लेक सिटी स्टेडियम तक फैला हुआ है। साल्ट लेक सेक्टर 5 से साल्ट लेक स्टेडियम तक इस मेट्रो रूट के साथ करुणामयी, सेंट्रल पार्क, सिटी सेंटर और बंगाल केमिकल में मेट्रो स्टेशन होंगे। यह परियोजना कोलकाता मेट्रो की उत्तर-दक्षिण लाइन के एस्प्लेनेड स्टेशन को हावड़ा और सियालदह के रेलवे स्टेशनों से जोड़ेगी।
कोलकाता मेट्रो का ईस्ट-वेस्ट कॉरिडोर 15 किलोमीटर लंबा है। यह हावड़ा से साल्ट लेक सिटी स्टेडियम तक फैला हुआ है। साल्ट लेक सेक्टर 5 से साल्ट लेक स्टेडियम तक इस मेट्रो रूट के साथ करुणामयी, सेंट्रल पार्क, सिटी सेंटर और बंगाल केमिकल में मेट्रो स्टेशन होंगे। यह परियोजना कोलकाता मेट्रो की उत्तर-दक्षिण लाइन के एस्प्लेनेड स्टेशन को हावड़ा और सियालदह के रेलवे स्टेशनों से जोड़ेगी। कोलकाता मेट्रो रेल कॉरपोरेशन के मुताबिक भूमिगत ईस्ट-वेस्ट मेट्रो कॉरिडोर परियोजना दिसंबर तक पूरी हो जाएगी। बता दें कि कोलकाता शहर में 1984 में देश की पहली मेट्रो शुरू हुई थी। कोलकाता की तुलना में दिल्ली में बहुत बाद में 2002 में मेट्रो सेवा शुरू हुई थी।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved