बुरहानपुर (Burhanpur)। देश-दुनिया में कुश्ती (Wrestling) आज भी लोकप्रिय खेल है. पुराने जमाने में जब मनोरंजन के कोई साधन नहीं थे, तो कुश्ती सबसे प्रिय खेल कहलाता था. बच्चों से लेकर बुजुर्ग तक कुश्ती का आनंद लेते थे. बड़े-बड़े दंगल होते थे, जहां पहलवान कुश्ती के दांव पेंच दिखाते थे. मध्य प्रदेश के बुरहानपुर जिले के नेपानगर में भी प्रथम हिंद केसरी रामचंद्र बाबूलाल पहलवान (hind kesari ramchandra babulal pehalwan) थे, जिन्होंने 1958 में 7 मिनट में थल सेना के मशहूर पहलवान को पटखनी देकर हिंद केसरी का खिताब जीता था. नेपानगर में शनिवार को लंबी बीमारी के चलते 95 साल की उम्र में उनका निधन हो गया. उनके निधन की खबर से कुश्ती प्रेमी शोक में हैं.
पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी भी कर चुकी हैं सम्मानित
राजेंद्र शाह ने कहा कि प्रथम हिंद केसरी रामचंद्र बाबूलाल पहलवान को 1981 में तत्कालीन प्रधानमंत्री स्वर्गीय इंदिरा गांधी भी सम्मानित कर चुकी हैं. उन्हें कुश्ती के क्षेत्र में 250 से ज्यादा गोल्ड मेडल मिल चुके हैं.
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