– विदेशी कर्ज के मामले में भारत दुनिया में 23वें नंबर पर: वित्त मंत्रालय
नई दिल्ली। भारत (India) का विदेशी कर्ज (foreign debt) सालाना आधार पर मार्च 2022 तक 8.2 फीसदी (up 8.2 percent) बढ़कर 620.7 अरब डॉलर ($620.7 billion) पहुंच गया है। मार्च, 2021 के बाद से भारत के विदेशी कर्ज में 8.2 फीसदी यानी करीब 573.7 बिलियन अमेरिकी डॉलर की बढ़ोतरी (573.7 billion US dollars increase) हुई है।
वित्त मंत्रालय के सोमवार को जारी आंकड़ों के मुताबिक 31 मार्च, 2022 के अंत तक भारत का विदेशी कर्ज एक साल की तुलना में 8.2 फीसदी की इजाफे के साथ 620.7 अरब डॉलर हो चुका है। मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक फिलहाल ये मार्च 2022 के अंत तक 620.7 बिलियन अमेरिकी डॉलर है।
वित्त मंत्रालय ने भारत के विदेशी कर्ज के स्टेटस रिपोर्ट का 28वां संस्करण जारी करते हुए बतया कि विदेशी कर्जे के मामले में दुनिया में 23वें नंबर पर भारत है। मंत्रालय ने बताया कि अलग-अलग देशों के परिप्रेक्ष्य में देखें तो भारत का विदेशी कर्जा मामूली है। दरअसल इस विदेशी कर्ज का 53.2 फीसदी अमेरिकी डॉलर में है, जबकि अनुमानित रूप से 31.2 फीसदी भारतीय रुपयों में है।
उल्लेखनीय है कि लगातार चौथे हफ्ते देश के विदेशी मुद्रा भंडार में गिरावट आई है। पिछले 26 अगस्त को समाप्त हफ्ते में देश का विदेशी मुद्रा भंडार 3.007 अरब डॉलर घटकर 561.046 अरब डॉलर रह गया है। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) ने विदेशी मुद्रा भंडार गिरावट की मुख्य वजह विदेशी मुद्रा आस्तियों (एफसीए) में कमी बताया है। (एजेंसी, हि.स.)
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