– पैसेंजर गाड़ियों की बिक्री में वार्षिक आधार पर लगभग 21 फीसदी की कमी दर्ज की गई
नई दिल्ली। सेमीकंडक्टर्स की कमी (shortage of semiconductors) से भारत का कार उद्योग (car industry of india) पूरी तरह से प्रभावित हुआ है। अक्टूबर के महीने में सेमीकंडक्टर्स यानी चिप की कमी के कारण पैसेंजर गाड़ियों की बिक्री में वार्षिक आधार पर लगभग 21 फीसदी की कमी दर्ज की गई है। इस साल अक्टूबर के महीने में कुल 2,38,679 कारों की बिक्री हुई, जबकि 1 साल पहले यानी अक्टूबर 2020 में 3,02,170 कारों की बिक्री हुई थी।
जानकारों के मुताबिक पैसेंजर व्हीकल सेगमेंट में गिरावट की मूल वजह बाजार में मांग की कमी से होती है लेकिन अक्टूबर के महीने में देशभर के कार उद्योग के पास करीब 3,50,000 कारों के ऑर्डर पेंडिंग पड़े हुए हैं। इसके बावजूद कार निर्माता कंपनियां सेमीकंडक्टर्स की किल्लत होने की वजह से ग्राहकों को कार उपलब्ध नहीं करा पा रही हैं।
इस संबंध में जारी आंकड़ों के मुताबिक मारुति सुजुकी की पैसेंजर व्हीकल में 33 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई है। अक्टूबर के महीने में मारुति सुजुकी सिर्फ 1,08,991 गाड़ियों की ही थोक बिक्री कर पाई। कंपनी के पास पेंडिंग ऑर्डर होने के बावजूद सेमीकंडक्टर्स की कमी के कारण कंपनी को अक्टूबर के अपने कुल उत्पादन में 40 फीसदी तक की कमी करनी पड़ी। इसी वजह से मारुति अपने ग्राहकों को उनकी मांग के अनुरूप गाड़ियां मुहैया नहीं करा सकी।
हालांकि थोक बिक्री के आंकड़े में गिरावट आने के बावजूद रिटेल सेल में मारुति का प्रदर्शन तुलनात्मक तौर पर बेहतर रहा। मारुति सुजुकी ने रिटेल बिक्री और एक्सपोर्ट ऑर्डर को मिलाकर अक्टूबर के महीने में कुल 1,38,335 गाड़ियों की बिक्री की। कंपनी की कुल बिक्री में 1,12,788 गाड़ियों की घरेलू बिक्री हुई। जबकि दूसरे ऑरिजिनल इक्विपमेंट मैन्युफैक्चरर (ओईएम) को 4,225 गाड़ियां बेची गईं। 21,322 गाड़ियों का एक्सपोर्ट किया गया।
मारुति की तरह ही हुंडई की कारों की बिक्री में भी अक्टूबर के महीने में 34 फीसदी की कमी दर्ज की गई। अक्टूबर के महीने में हुंडई की कुल 37,021 गाड़ियों की बिक्री हुई। अक्टूबर के महीने में चिप की कमी से हुंडई मोटर इंडिया को भी अपने उत्पादन में कटौती करने के लिए मजबूर होना पड़ा। मारुति और हुंडई के विपरीत टाटा मोटर्स की गाड़ियों की बिक्री में वार्षिक आधार पर करीब 44 फीसदी का इजाफा हो गया। अक्टूबर के महीने में टाटा मोटर्स ने कुल 33,925 गाड़ियों की बिक्री की। इनमें 1,586 इलेक्ट्रिक व्हीकल भी शामिल हैं।
इसी तरह महिंद्रा एंड महिंद्रा ने भी वार्षिक आधार पर पिछले साल की तुलना में अपनी बिक्री में 8 फीसदी की बढ़ोतरी करते हुए अक्टूबर के महीने में कुल 20,130 गाड़ियों की बिक्री की। बताया जा रहा है कि महिंद्रा एंड महिंद्रा को भी सेमीकंडक्टर्स की कमी का सामना करना पड़ा था। शुरुआती दौर में ही महिंद्रा एंड महिंद्रा ने सेमीकंडक्टर्स की कमी से निपटने के लिए आवश्यक उपाय प्रबंध करने की शुरुआत कर दी थी। इस वजह से अक्टूबर के महीने में उसके उत्पादन पर कोई नकारात्मक असर नहीं पड़ा। (एजेंसी, हि.स.)
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