नई दिल्ली (New Dehli)। ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट टीम(australia cricket team)ने पिछले कुछ महीने में भारतीय टीम (Indian team)को खिताब जीतने से एक या दो बार नहीं बल्कि तीसरी बार रोक (stop for the third time)दिया है। रविवार को दक्षिण अफ्रीका के बेनोनी में अंडर-19 विश्व कप के फाइनल में भारतीय टीम को हार का सामना करना पड़ा है। पूरे टूर्नामेंट के दौरान एक भी मैच नहीं हारने वाली उदय सहारन के नेतृत्व वाली भारतीय टीम खिताबी मुकाबले में पहुंचने के बाद भी ट्रॉफी जीतने से सिर्फ 79 रन पीछे रह गई। इस हार से भारतीय फैंस को गहरा सदमा लगा है क्योंकि कुछ महीने पहले ही ऑस्ट्रेलिया की सीनियर टीम ने वनडे विश्व कप में भारत को मात दी थी और फैंस को उम्मीद थी की युवा ब्रिगेड उनको लगातार मिली निराशा के बाद जश्न मनाने का मौका देगी लेकिन ऐसा नहीं हो सका।
ऑस्ट्रेलिया की टीम ने पिछले 9 महीने के अंदर तीन बार भारतीय टीम को खिताबी मुकाबले में हराया है। भारत के फाइनल हारने की शुरुआत पिछले साल जून में हुए विश्व टेस्ट चैंपियन में हार के साथ होती है। दरअसल भारत के पास पहली बार टेस्ट चैंपियनशिप जीतने का शानदार मौका मिला था। भारतीय टीम लगातार दूसरी बार टेस्ट चैंपियनशिप के खिताबी मुकाबले में पहुंची थी लेकिन ओवल में खेले गए फाइनल मुकाबले में भारतीय टीम 209 से हार गई।
वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप
ऑस्ट्रेलिया ने पहले बल्लेबाजी करते हुए ट्रेविस हेड और स्टीव स्मिथ के शतक की बदौलत पहली पारी में 469 रन बनाए। इसके जवाब में भारतीय टीम पहली पारी में अजिंक्य रहाणे के 89 रन की बदौलत 296 रन ही बना सकी। ऑस्ट्रेलिया को 173 रन की बढ़त मिली। इसके बाद ऑस्ट्रेलिया ने दूसरी पारी 8 विकेट पर 270 रन बनाकर घोषित की और भारत को जीत के लिए 444 रनों का लक्ष्य रखा। दूसरी पारी में भारतीय टीम 234 रन ही बना सकी लगातार दूसरी बार चैंपियन बनने से चूक गई।
इसके पांच महीने बाद एक बार फिर दोनों टीमों खिताबी मुकाबले में आमने-सामने थी लेकिन इस बार भारतीय टीम का पलड़ा भारी था। आईसीसी वनडे विश्व कप 2023 में भारतीय टीम ने लगातार 10 मुकाबले जीते थे लेकिन अंतिम पड़ाव को पार करने के दौरान भारतीय टीम लड़खड़ा गई। वनडे विश्व कप के फाइनल में ऑस्ट्रेलिया ने भारत को 6 विकेट से हराया था और छठी बार चैंपियन बनी थी।
भारत बनाम ऑस्ट्रेलिया वनडे विश्व कप फाइनल (2023)
भारतीय क्रिकेट टीम ने वनडे विश्व कप के अपने पहले ही मैच में ऑस्ट्रेलिया को धूल चटाई थी लेकिन किसे पता था कि अगले महीने ऑस्ट्रेलिया की टीम भारतीय फैंस को सदी का सबसे बड़ा जख्म देकर जाएगी। मैच की बात करें तो भारतीय टीम पहले बल्लेबाजी करते हुए 50 ओवर में 240 रन ही बना सकी। पूरे टूर्नामेंट के दौरान भारतीय गेंदबाजों के साथ-साथ बल्लेबाजों का भी दबदबा देखने को मिला था लेकिन फाइनल में दोनों ही विभाग बैकफुट पर नजर आए। इसके जवाब में ट्रेविस हेड के शतक की मदद से ऑस्ट्रेलिया ने 43 ओवर में ही 4 विकेट खोकर ये लक्ष्य हासिल कर लिया। भारत का 12 साल बाद घर पर खिताब जीतने का सपना अधूरा रह गया।
इस तरह तीन महीने के इंतजार के बाद एक बार फिर भारतीय फैंस के पास जश्न मनाने का सुनहरा मौका आया था। अगर भारतीय अंडर-19 टीम आज ऑस्ट्रेलिया को मजा चखा देती तो फैंस के पास अपनी कड़वी यादों को भुलाकर आगे बढ़ने का मौका होता लेकिन कंगारुओं ने ऐसा नहीं होने दिया और पिछले नौ महीने में तीसरी बार भारत को खिताब जीतने से वंचित कर दिया।
अंडर-19 विश्व कप फाइनल में भारत हारा
दक्षिण अफ्रीका में खेले गए अंडर-19 विश्व कप में भारत और ऑस्ट्रेलिया की टीमों ने बिना मैच गंवाए फाइनल तक का सफर तय किया था, ऐसे में फैंस को कांटे की टक्कर का मुकाबला देखने की उम्मीद थी लेकिन भारतीय खिलाड़ियों ने अपने प्रदर्शन से सबका दिल तोड़ दिया। पूरे टूर्नामेंट के दौरान अपनी बल्लेबाजी का लोहा मनवाने वाली टीम खिताबी मुकाबले में ही ध्वस्त हो गई।
अंडर-19 विश्व कप फाइनल में ऑस्ट्रेलिया ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 50 ओवर में सात विकेट खोकर 253 रन बनाए। इसके जवाब में भारतीय टीम के बल्लेबाजों ने नियमित अंतराल पर विकेट गंवाए और 43.5 ओवर में 174 रन पर ऑलआउट हो गई। भारत के सात बल्लेबाज दहाई का आंकड़ा नहीं छू सके। टूर्नामेंट में सर्वाधिक रन बनाने वाले खिलाड़ियों की सूची में टॉप-3 में भारतीय बल्लेबाज का कब्जा रहा, इसके बावजूद फाइनल में भारतीय टीम बल्लेबाजों के फ्लॉप प्रदर्शन के कारण हार गई। ऑस्ट्रेलिया की टीम चौथी बार चैंपियन बनने में कामयाब हुई है, जबकि भारत को चौथी बार फाइनल में हार का सामना करना पड़ा।
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